बताया गया है कि औद्योगिक विस्तार से सटे होने के कारण गांव का ज्यादातर भूजल दूषित होता जा रहा है। यह समस्या नामधा चंडोर में भी है और दिनों दिन यह बढ़ती जा रही है। गांव में जिन कुओं और बोरिंग का पानी उपयोग करने लायक था, गर्मी में उनका जलस्तर नीचे चले जाने से अब समस्या खड़ी हो गई है। जीआईडीसी एवं अन्य संबंधित विभागों द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने पर तालुका पंचायत सदस्य रमीलाबेन पटेल के पति जगन पटेल ने कलक्टर को इस समस्या की जानकारी देते हुए गांव में टैंकर से पानी पहुंचाने की मांग की है। इसमें उन्होंने चंडोर दमणगंगा पुल के पास, नई नगरी, कासल फलिया, कस्टम रोड, नामधा के कांठा फलिया, मोरा फलिया, निशाल फलिया, धोडीपाड़ा में पानी की गंभीर समस्या का उल्लेख किया गया है। शिकायत के बाद जिला पानी पुरवठा विभाग की टीम ने गांव पहुंचकर दोनों गांव के अग्रणियों, जगन पटेल, पंचायत सदस्य हरीश पटेल को साथ लेकर अलग-अलग 17 स्थलों से बोरिंग, कुआं व अन्य जगह से जल का सैम्पल लिए हंै। इस बारे में जगन पटेल ने बताया कि उन्हें इस समस्या के निराकरण का आश्वासन टीम के साथ आए अधिकारियों ने दिया है।
उनाई. राज्य में चल रहे सुजलाम सुफलाम जल संचय अभियान के तहत उनाई रेंज वन विभाग व्यारा की ओर से तालाब को गहरा करने एवं चेकडेम बनाने का काम चल रहा है। बताया गया है कि पद्मडुंगरी, चुनावाड़ी तथा बेसनीया राउन्ड के जंगल क्षेत्र के तालाब तथा चेकडेम का काम जोर शोर से चल रहा है। मंगलवार को वन एवं पर्यावरण मंत्री गणपत वसावा ने इन कामों का निरीक्षण किया और काम को जल्द से जल्द पूरा करने समेत जरूरी दिशा निर्देश दिया।
इस दौरान उनके साथ व्यारा डीसीएफ आनंद कुमार, एसीएफ डीबी त्रिवेदी, उनाई रेंज के आरएफओ समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।