दो बहनों ने ग्रहण की दीक्षा
सूरतPublished: Apr 24, 2019 09:28:11 pm
पाल रोड पर गुरुरामपावन भूमि प्रांगण में तीन दिवसीय दीक्षा महोत्सव
दो बहनों ने ग्रहण की दीक्षा
सूरत. पाल रोड पर गुरुरामपावन भूमि प्रांगण में तीन दिवसीय दीक्षा महोत्सव के अंतिम दिन बुधवार को दो सगी बहनों ने संयम पथ का वरण किया। मुमुक्षू यश्वी व मुमुक्षू रिया ने विमल सूरी महाराज समेत अन्य संतवृंद के सानिध्य में दीक्षा ग्रहण की।
26 जनवरी 2001 को गुजरात में आए भूकम्प के दौरान कच्छ जिले के भचाऊ कस्बे में भारी तबाही हुई थी। बताया जाता है कि मुमुक्षू यश्वी व रिया उस दौरान अपने पिता के साथ भचाऊ में ही रहती थी और मलबे में दब गई थी, जिन्हें बाद में सकुशल निकाला गया था। बाद में यश्वी व रिया के पिता दिनेशभाई खंडोर कपड़ा कारोबार के सिलसिले में सूरत आकर टीकमनगर में स्थायी हो गए। यहां पर यश्वी ने कक्षा 11 व रिया ने कक्षा 9 तक अध्ययन किया। बचपन से ही धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय रही दोनों बहनें पहले आचार्य कलापूर्ण सुरीश्वर महाराज के सानिध्य में रही और बाद में दोनों ने संयम मार्ग अपनाने का निश्चय कर लिया। तीन दिवसीय दीक्षा महोत्सव के दौरान मंगलवार को मुमुक्षू बहनों की वर्षीदान शोभायात्रा निकाली गई थी और इसके बाद बुधवार तड़क़े दीक्षा समारोह की शुरुआत गुरुरामपावन भूमि प्रांगण में शुरू की गई। दीक्षा सम्पन्न होने के बाद मुमुक्षू यश्वी साध्वी जिनमायाश्री व मुमुक्षू रिया साध्वी जिनलियाश्री बन गई। इस दौरान आयोजन स्थल पर साधु-साध्वी व बड़ी संख्या में श्रालु मौजूद थे।