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वलसाड के चेरापूंजी में प्यास हो गई बड़ी

locationसूरतPublished: May 07, 2019 09:46:43 pm

Submitted by:

Sunil Mishra

पेयजल की समस्या से जूझ रहा है कपराड़ा क्षेत्र पानी लाने के लिए रोजाना जूझती हैं महिलाएं

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वलसाड के चेरापूंजी में प्यास हो गई बड़ी


वलसाड. वलसाड जिले का कपराड़ा इलाका चेरापंूजी के नाम से जाना जाता है। यहां पर बारिश के सीजन में 100 इंच के अधिक बारिश होती है। आजकल यहां पर पेयजल समस्या गहराई हुई है। महिलाओं को एक घड़ा पानी लाने के लिए कई किलोमीटर दूर कुओं से पानी लाना पड़ता है।
वलसाड जिले की कपराड़ा तहसील के 40 गांवों में पानी की किल्लत चल रही है। लोगों को कई किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। रात को भी पानी लाने की मशक्कत चलती है। कई जगहों पर लोगों को पानी के लिए कतारें लगाकर कुएं से पानी लाना पड़ता है। इलाके में पेयजल समस्या गहराने के बावजूद स्थानीय एवं जिला प्रशासन ने अभी तक कोई सहायता नहीं पहुंचाई है। जिले के प्रभारी मंत्री कुमार कानाणी को समस्या का पता चलने पर वे जिला कलक्टर के साथ मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे और अधिकारियों को टैंकर से पानी पहुंचाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि वलसाड जिले का कपराड़ा इलाका चेरापंूजी के नाम से जाना जाता है।
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क्षेत्र में पानी संग्रह की कोई योजना नहीं

कपराड़ा और धरमपुर में हर साल मानसून के मौसम में 100 इंच के आसपास बरसात दर्ज होती है। क्षेत्र में पानी संग्रह की कोई योजना नहीं होने से लोगों को पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ता है। पहाड़ी इलाका होने से क्षेत्र में बारिश काफी अच्छी होती है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को यहां पर बांध बनाना चाहिए, ताकि बारिश के दौरान पानी का संग्रह हो सके।
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