केवडिय़ा में अधिकांश चलने वाले प्रोजेक्टों को सोलार सिस्टम से चलाया जाएगा। प्रोजेक्ट के हिसाब से बिजली मिलती रहे इसके लिए सोलार पैनल भी उसी हिसाब से लगाए जाएंगे। अभी यहां पर 1350 किलो वॉट का सोलार प्लांट लगाया जा रहा है।
जिला कलक्टर आई.के. पटेल ने कहा कि स्टेच्यू के आसपास जो प्रोजेक्ट बन रहा है, वहां पर सोलार सिस्टम लगाने का काम किया जा रहा है। 1345 किलोवाट के करीब पावर जनरेट कर क्लीन इको टूरिज्म का विचार रखा गया है। इस स्थान को ग्रीन स्पॉट के रूप में पहचान दिलाई जाएगी।
प्रोजेक्टों को बिजली की कुल जरूरत चिल्डेे्रन गार्डन 250 मेगावाट
जंगल सफारी 900 मेगावाट
रिवर राफ्टिंग 20 मेगावाट
रेव भवन 35 मेगावाट
कैक्टस गार्डन 100 मेगावाट
सर्किट हाउस 40 मेगावाट
बटर फ्लाय गार्डन 35 मेगावाट
जंगल सफारी 900 मेगावाट
रिवर राफ्टिंग 20 मेगावाट
रेव भवन 35 मेगावाट
कैक्टस गार्डन 100 मेगावाट
सर्किट हाउस 40 मेगावाट
बटर फ्लाय गार्डन 35 मेगावाट