उनकी इस शिकायत पर मनपा की टीम ने ड्रेनेज लाइन को स्टॉर्म ड्रेनेज लाइन से जोड़ दिया। स्टॉर्म डे्रनेज लाइन सडक़ पर जमा बारिश के पानी को सीधे तापी नदी में गिराती है, जबकि ड्रेनेज लाइन के वेस्ट को ट्रीट करने के बाद नदी में छोड़ा जाता है। लोगों ने मनपा अधिकारियों की इस कोशिश का विरोध किया, जिसे उन्होंने दरकिनार कर दिया। सोम चिंतामणि सोसायटी के मनीश ने बताया कि लोगों के बार-बार विरोध के बावजूद अधिकारियों ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मनपा अधिकारी ही ड्रेनेज को स्टॉर्म ड्रेनेज से जोड़ेंगे तो करोड़ों खर्च के बावजूद तापी शुद्ध कैसे हो सकती है। उन्होंने स्थानीय पार्षद उर्वशी पटेल से भी मामले की शिकायत की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पार्षद के मना करने के बावजूद अधिकारियों ने ड्रेनेज लाइन को स्टॉर्म ड्रेनेज से जोड़ दिया।