बाल मन में जब रचनाशीलता और ग्रहण करने की ललक एक साथ जागृत होती है तो एक अलग ही धुन बनती है और सृजन के विविध आयाम साकार होने लगते हैं। शुभम इसकी मिसाल है। उसे देश-दुनिया की कई ऐसी जानकारियां मुंहजुबानी याद हंै, जिन्हें याद रखना बड़ों के लिए भी मुश्किल है। मूलत: राजस्थान के बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ का शुभम सूरत में उधना के हरिनगर क्षेत्र में रहता है और दसवीं कक्षा का छात्र है। वन रूम-किचन के फ्लैट में रहने वाले बाहेती परिवार के मुखिया ओमप्रकाश बाहेती की आय सामान्य है, लेकिन उनका पुत्र शुभम बेहद प्रतिभाशाली है। जिम्नास्टिक में पांच साल से जिला स्तर पर वह प्रथम आ रहा है और राजस्तरीय प्रतियोगिता में भी चैम्पियन रह चुका है। दिसम्बर में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उसका चयन हुआ है। इसके अलावा चैस और क्रिकेट का भी वह अच्छा खिलाड़ी है। वह हारमोनियम वादक है और अच्छा डांसर भी। स्केटिंग डांस में उसे महारथ हासिल है। उसके पास कई मेडल, ट्रॉफियां तथा प्रमाणपत्र हैं, जो उसने अपनी प्रतिभा के बल पर हासिल किए हैं। शुभम का कहना है कि वह क्रिकेट या जिम्नास्टिक में करियर बनाकर देश के लिए खेलना चाहता है।
पांच साल की उम्र से जनरल नॉलेज बढ़ाने की शुरुआत
शुभम ने पांच साल की उम्र से जनरल नॉलेज बढ़ाने की शुरुआत की थी। अब उसके पास जानकारियों का खजाना है। उसे विश्व के सभी देशों के नाम, उन देशों की राजधानी, प्रमुख नदियां, प्रमुख शहर, देशों का क्षेत्रफल, कौन-सा देश कब आजाद हुआ जुबानी याद है। इसी खूबी के कारण वह सूरत में गूगल ब्वॉय के नाम से भी जाना जाता है।