सूरत

Education; विश्व का यह पहला कॉलेज है जहां विद्यार्थियों के लिए शुरू किया गया रोने का पीरियड

विद्यार्थियों में तनाव कम करने के लिए सूरत की स्वामीनारायण फिजियोथेरापी कॉलेज ने क्राइम क्लब के सहयोग से कॉलेज में शुरू किया क्राइंग पीरियड
शहर के डॉक्टर्स हर हप्ते गमगीन किस्से सुना कर विद्यार्थियों को रूलाएंगे

सूरतOct 11, 2019 / 02:11 pm

Sandip Kumar N Pateel

file image

सूरत. कॉलेज (College) में पढ़ाई (Education) के साथ खेल-कूद (Sports) या अन्य प्रवृत्तियों के लिए पीरियड्स (Periods) होते है, लेकिन सूरत की एक कॉलेज ऐसी है, जहां कॉलेज प्रशासने विद्यार्थियों के लिए रोने का (क्राइंग) पीरियड शुरू किया है। हप्ते में एक बार यह पीरियड होता है, जिसमें विद्यार्थियों (Student) को सिर्फ रूलाया (Crying Club) जाता है। दावा है कि विश्व (World) का यह पहला कॉलेज है कि जहां रोने का भी एक पीरियड शुरू किया गया है। इस तरह की अनोखी पहल करने वाली कॉलेज है सूरत की स्वामीनारायण फिजियोथेरापी कॉलेज।

कॉलेज के संचालकों ने बताया कि रोने से व्यक्ति का मन हलका हो जाता है और तनाव से मुक्ति मिलती है। हमारे विद्यार्थी तनाव मुक्त रहे इस लिए इस तरह रोने के एक पीरियड की शुरूआत की गई है, जिसमें शहर के कुछ डॉक्टर्स तथा क्राइंग क्लब के संचालक कमलेश मसालावाला हप्ते में एक बार कॉलेज आकर विद्यार्थियों को गमगीन किस्से सुना कर रूलाएंगे। यही नहीं विद्यार्थी भी अपने किस्से बताकर सभी को रोने के लिए मजूबर कर देंगे।

इस लिए रोना जरूरी है


कई बार हमारे जीवन में कुछ ऐसी घटनाएं होती है कि हम किसी को बता नहीं सकते और अंदर ही इस बात को दबाए रखने से तनाव महसूस करने लगते है। घूटन सी महसूस होने लगती है और अंत में व्यक्ति मानसिक बीमारी का शिकार हो जाता है। यदि व्यक्ति अपनी अंदर की बाते एक दूसरे को बताए और दिल खोल कर एक बार रो ले तो उसका मन हलका हो जाता है और तनाव से उसे मुक्ति मिल जाती है।

रोने के अन्य फायदें


– रोने से शारीरिक और मानसिक तनाव से राहत मिलती है
– मन हलका हो जाता है
– आंखो को ठंडक मिलती है
– दिगाम में ताजगी महसूस होती है

Home / Surat / Education; विश्व का यह पहला कॉलेज है जहां विद्यार्थियों के लिए शुरू किया गया रोने का पीरियड

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.