क्राइम ब्रांच पुलिस के मुताबिक पकड़े गए अभियुक्तों का नाम कल्याण निवासी राहुल सुबेन्द्रसिंह शाक्य(25), उत्तरप्रदेश मैनपुरी जिले के छाछा गांव निवासी आशीषकुमार अयोध्याप्रसाद (27) और कुलफसिंह ठाकुरदार वर्मा (25) है। पुलिस ने बताया कि 14 जुलाई की रात कल्याण के पड़घा थाना क्षेत्र के एक गोदाम से 1.32 करोड़ रुपए की चोरी का मामला सामने आया। चोरी में गोदाम के ही कर्मचारी की लिप्तता का खुलासा होने के बाद मुंबई पुलिस जांच कर रही थी। इस दौरान उन्हें पता चला कि अभियुक्त सूरत की ओर गए हैं। उन्होंने सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस को इसकी जानकारी दी। सूरत क्राइम ब्रांच पुलिस ने सोमवार को तीनों अभियुक्तों को सूरत रेलवे स्टेशन के निकट सबरस होटल के पास से धर दबोचा। उनके बैग की तलाशी लेने पर उसमें से 226 मोबाइल फोन, 9 लेपटॉप, 40 पैनड्राइव, 24 मेमोरी कार्ड और 4 इयर फोन बरामद हुए। क्राइम ब्रांच पुलिस ने इसकी जानकारी मुंबई पुलिस को दी। मुम्बई पुलिस की टीम सूरत के लिए रवाना हो गई है।
बीएससी आइटी पढ़े कर्मचारी ने बनाई थी योजना
क्राइम ब्रांच पुलिस ने बताया कि चोरी की योजना गोदाम में ही काम करने वाले और बीएससी आइटी तक पढ़े कर्मचारी राहुल शाक्य ने ही बनाई थी। पूछताछ में उसने बताया कि गोदाम का प्रबंधक पिछले कई दिनों से उसे अतिरिक्त काम सौंप रहा था। उसने वेतन बढ़ाने की मांग की तो प्रबंधक ने इनकार कर दिया। दूसरी ओर आर्थिक हालात ठीक नहीं होने से उसने चोरी करने का निर्णय किया। उसने हवाई जहाज के टिकट भेजकर गांव से अपने दोनों दोस्तों को कल्याण बुलाया। इसके बाद दोपहर में ही एक दोस्त को गोदाम में छिपा दिया। गोदाम बंद होने के बाद रात ढाई बजे अंदर छिपे साथी ने गोदाम का पिछला दरवाजा अंदर से तोड़ दिया और राहुल तथा दूसरा साथी भी गोदाम में घुस गए और मोबाइल फोन, लेपटॉप, पैनड्राइव समेत अन्य सामान चुरा कर फरार हो गए। इसके बाद वह ट्रेन से सूरत पहुंचे और रेलवे स्टेशन क्षेत्र में घूम कर ग्राहक ढूंढ रहे थे। सोमवार शाम तक कोई ग्राहक नहीं मिलता तो सूरत छोड़ कर वह अन्य जगह फरार होने की फिराक में थे।