सूत्रों कहना है कि कमलेश तिवारी की हत्या के बाद पुलिस को एक मिठाई का डिब्बा मिला था। जिसमें हमलावर पिस्तौल व चाकू जैसे हथियार छिपा लाए थे। मिठाई देने के बहाने ही उन्होंने कमलेश पर हमला कर उनकी हत्या कर दी थी। पुलिस को संदिग्ध हमलावरों का सीसी टीवी फुटेज भी मिला था। जिसमें दो जनें भगवा रंग के कुर्ते पहने हुए थे।
उनके पीछे सफेद सूट में एक महिला भी नजर आ रही थी। देश भर में मशहूर सूरत की मिठाई धारी का बॉक्स मिलने से जांच एजेन्सियों को हत्या के तार से सूरत से जुड़े होने के संकेत मिले। मिठाई का बॉक्स सूरत के उधना क्षेत्र में स्थित धरती नमकीन नाम की मिठाई की दुकान का था। इस जानकारी के बाद एटीएस सक्रिय हो गई। एटीएस ने सूरत पुलिस की मदद से दुकान से मिठाई खरीदने वालों के फुटेज जुटाए। उनकी पड़ताल व पूछताछ के बाद लिम्बायत निवासी फैजान (21), रशीद (23) व मोहसीन शेख (24) को गिरफ्तार किया है। वहीं और भी कुछ गिरफ्तारियां हुई है। बताया जाता है कि रशीद को टेलरिंग काम करता है उसे कंप्युटर का अच्छा ज्ञान है।
वहीं मोहसीन साड़ी की दुकान में काम करता है तथा फैजान चप्पल की दुकान में काम करता है। माना जा रहा है कि हत्या के पीछे इस्लामिक चरमपंथी आतंकी संगठन आइएसआइएस का हाथ है। तिवारी की हत्या की साजिश दुबई में रची गई तथा उसे सूरत से अंजाम दिया गया। हथियार छिपाने के लिए मिठाई का डिब्बा यहां से खरीदा गया। वहीं भगवा कुर्ते भी यहीं पर सिलवाएं गए।