भावना मूलजी सवाणी (62) की तबीयत रविवार को अचानक खराब होने पर उसे पीपी सवाणी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सीटी स्कैन में दिमाग की नस फटने से रक्त जाम होने की जानकारी मिली। बाद में उसे आइएनएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। सोमवार को उसे ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया।
डोनेट लाइफ के नीलेश मांडलेवाला ने परिजनों को अंगदान के बारे में समझाया और सहमति मिलने पर अहमदाबाद के आइकेडीआरसी के डॉ. प्रांजल मोदी से सम्पर्क किया। डॉ. विकास की टीम सूरत पहुंची और किडनी तथा लीवर का दान स्वीकार किया। चक्षुओं का दान लोकदृष्टि चक्षुबैंक के डॉ. प्रफुल शिरोया ने स्वीकार किया।
दान में मिली एक किडनी दाहोद निवासी अशोक दीटा भुरिया (44) और दूसरी राजस्थान में खांडेला निवासी लखन नागरमल संखला (26) को तथा लीवर सूरत के घनश्याम दयाल गरभा (51) में ट्रांसप्लांट किया गया। उल्लेखनीय है कि अब तक डोनेट लाइफ ने 287 किडनी, 119 लीवर, 7 पेन्क्रीयाज, 21 हृदय और 236 चक्षुओं का दान लेकर ६६७ व्यक्तियों को नया जीवन दिया है।