scriptफर्जी दस्तावेज से बैंक लोन लेने वाले तीन लोग गिरफ्तार | Three people arrested for taking bank loan from fake documents | Patrika News

फर्जी दस्तावेज से बैंक लोन लेने वाले तीन लोग गिरफ्तार

locationसूरतPublished: May 23, 2018 10:23:14 pm

दो किसानों के नाम पर बनाए थे फर्जी दस्तावेजविजया बैंक से 10 लाख का लोन लेकर की थी धोखाधड़ी

patrika

फर्जी दस्तावेज से बैंक लोन लेने वाले तीन लोग गिरफ्तार


नवसारी. तीन वर्ष पूर्व फर्जी दस्तावेज के आधार पर विजया बैंक से दस लाख रुपए का कृषि लोन लेकर धोखाधड़ी करने के आरोप में एलसीबी ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में एक आरोपित अभी भी फरार है।
चार दिसंबर 2015 को चिखली के रुमला गांव पटेल स्ट्रीट निवासी भरत लक्ष्मण पटेल और धीरू लक्ष्मण पटेल के नाम का फर्जी दस्तावेज तैयार कर गांव में खाता नंबर 831, सर्वे नंबर 347 और 337 की 7/12 नकल तैयार कर विजया बैंक में पेश कर दस लाख रुपए का लोन लिया गया था। काफी समय तक किस्त नहीं चुकाने पर बैंक ने भरत पटेल और धीरू पटेल को नोटिस जारी किया। उसका भी जवाब नहीं मिला तो बैंक कर्मचारी गांव पहुंचे। तब इस धोखाधड़ी का खुलासा हुआ। इसके बाद दस मई 2018 को बैंक प्रबंधक सुखेश कुमार नारायणन ने सिटी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। इसकी जांच एलसीबी को सौंपी गई। एलसीबी ने बैंक में दिए गए दस्तावेज मे लगे फोटो के आधार पर आरोपितों को खोज निकाला। इसके बाद एलसीबी ने पहले भरत नागर पटेल निवासी मरोली बाजार जलालपोर, योगेश कुमार निवासी सूरत को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने बताया कि जमालपोर प्रमुख पार्क सोसायटी निवासी टैम्पो चालक पूर्वेश प्रफुल्ल पटेल उन्हें बैंक में हस्ताक्षर करने ले गया था। इसके बाद एलसीबी ने मंगलवार देर रात उसे भी गिरफ्तार कर लिया।

पूर्वेश और कल्पेश महाराज हैं मास्टर माइंड
पूछताछ में सामने आया है कि पूर्वेश ने जलालपोर तहसील के परथाण गांव निवासी कल्पेश महाराज के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज से लोन लेने की योजना बनाई थी। इसमें रुमला के दो किसानों की जमीन व पहचान संबंधी जरूरी अन्य फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए और बैंक से दस लाख रुपए का लोन लिया गया। इसमें से सात लाख रुपए कल्पेश महाराज और 2.40 लाख रुपए पूर्वेश पटेल ने लिए थे। बाकी के 60 हजार रुपए भरत पटेल और योगेश को दिए गए। पुलिस ने तीनों आरोपितों को रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर कल्पेश महाराज की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए हैं।


कलक्टर से कम अनाज मिलने की शिकायत
नवसारी. जिले के सरीबुजरंग गांव स्थित सरकारी राशन की दुकान के संचालक पर कार्ड धारकों को कम अनाज देने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कलक्टर को ज्ञापन दिया है। इसमें दुकान का लाइसेन्स भी रद्द करने की मांग की गई है।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि पंडित दीनदयाल सरकारी राशन दुकान संचालिका नीता गांधी कार्ड धारकों को कम अनाज दिया जाता है। राशन देने के दौरान कंप्यूटर से निकलने वाले फिंगर प्रिंट कूपन नहीं दिए जाते और फिंगर प्रिन्ट के पांच रुपए लिए जाते हैं। आरोप लगाया गया है कि हर महीने की 20 तारीख के बाद लोगों को राशन दिया जाता है। नीता के स्थान पर उनका नाबालिग बेटा दुकान का काम करता है। इसके अलावा दुकान में सरकारी अनाज के अलावा अन्य सामान बेचे जाने और शिकायत पर धमकी देने का आरोप भी लगाया है। लोगों ने कलक्टर से दुकान का लाइसेन्स रद्द करने की मांग की है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो