पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविंद्र भाकर ने बताया कि रेलवे के ट्रैक अनुरक्षणकर्ताओं द्वारा सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए बिना आराम के लगातार प्रतिकूल परिस्थितियों में कार्य किया जाता है। सभी लोगों को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करके, उनका और उनके कठिन कार्य का सम्मान करना चाहिए। ट्रैक अनुरक्षणकर्ता गुमनाम नायक होते हैं, जो कठिन परिश्रम से यात्रियों के गंतव्य के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करते हैं। उनके कार्यों को स्वीकार करें तथा उनके दर्द एवं कष्टों को समझें। हाल ही में, कई दुर्घटनाओं में, उन्हें कई कठिनाइयों और चोटों का सामना करना पड़ा।
उपनगरीय रेल खंड को मुंबई की जीवन रेखा के रूप में जाना जाता है। पश्चिम रेलवे के उपनगरीय खंड चर्चगेट से दहानू रोड तक 37 स्टेशनों में फैला हुआ है। दिन के समय ट्रेनों की अधिक आवृत्ति होने के कारण, इन ट्रैकों का अनुरक्षण मुख्यत: रात के समय किया जाता है। कई दशक बाद भी निरीक्षण तथा ट्रैक के अनुरक्षण में मैन्युअल प्रयास महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैैं। यह कार्य ट्रैक अनुरक्षणकर्ताओं द्वारा किया जाता है।
हाल में कुछ घटनाएं ऐसी सामने आई हैं जिसमें ट्रेन में यात्रा करने वाले कथित तौर पर गैर जिम्मेदार यात्रियों द्वारा उन्हें लात मारी जाती है। कई बार इन लोगों के साथ मारपीट भी की जाती है। चलती ट्रेन से उनके ऊपर कोई भी वस्तुएं फेंक कर चोट पहुंचाई जाती है। पश्चिम रेलवे ने ऐसे कुछ गैर जिम्मेदार यात्रियों से अपील की है कि वह ट्रैक अनुरक्षणकर्ताओं से ऐसा व्यवहार नहीं करें।
जान जोखिम में डालते हैं
ट्रैक अनुरक्षणकर्ता, 8-10 लोगों के समूह में होते हैं, इनका मुख्य कार्य ट्रैकों का अनुरक्षण करना होता है। ट्रैक अनुरक्षणकर्ताओं के मुख्य कार्यो में ट्रैकों का निरीक्षण, ट्रैक को उठाना और पैकिंग करना, रेल, स्लीपर, स्विच, क्रॉसिंग आदि संपत्ति का नवीनीकरण, बैलास्ट, उपकरण मरम्मत, अवांछित वनस्पति को उखाडऩा तथा रेल फ्रैक्चर के अलावा मानसून में ट्रैक पर बाढ़ जैसी आपातकालीन स्थिति में तत्काल कार्रवाई करना शामिल है।
ट्रैक अनुरक्षणकर्ता, 8-10 लोगों के समूह में होते हैं, इनका मुख्य कार्य ट्रैकों का अनुरक्षण करना होता है। ट्रैक अनुरक्षणकर्ताओं के मुख्य कार्यो में ट्रैकों का निरीक्षण, ट्रैक को उठाना और पैकिंग करना, रेल, स्लीपर, स्विच, क्रॉसिंग आदि संपत्ति का नवीनीकरण, बैलास्ट, उपकरण मरम्मत, अवांछित वनस्पति को उखाडऩा तथा रेल फ्रैक्चर के अलावा मानसून में ट्रैक पर बाढ़ जैसी आपातकालीन स्थिति में तत्काल कार्रवाई करना शामिल है।
आराम कक्ष की टेंडर प्रक्रिया शुरू
ट्रैक अनुरक्षणकर्ताओं की समस्याओं का निराकरण करने के लिए, पश्चिम रेलवे ने कई महत्वपूर्ण पहल की है। आने वाली ट्रेन के बारे में अलर्ट करने के लिए गैंग चेतावनी हूटर, हल्के वजन के स्पैनरों की खरीद, रात के समय एलइडी लाइटों का उपयोग, सुरक्षा जूतों का प्रावधान आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, मरम्मत एवं उपकरण सह आराम कक्ष के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है।
ट्रैक अनुरक्षणकर्ताओं की समस्याओं का निराकरण करने के लिए, पश्चिम रेलवे ने कई महत्वपूर्ण पहल की है। आने वाली ट्रेन के बारे में अलर्ट करने के लिए गैंग चेतावनी हूटर, हल्के वजन के स्पैनरों की खरीद, रात के समय एलइडी लाइटों का उपयोग, सुरक्षा जूतों का प्रावधान आदि शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, मरम्मत एवं उपकरण सह आराम कक्ष के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है।