जानकारी के मुताबिक, पश्चिम रेलवे ने सबसे अधिक व्यस्त मुंबई-अहमदाबाद सेक्शन में मवेशियों के ट्रेन से टकराने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए कैटल बैरियर फेंसिंग के निर्माण का कार्य शुरू किया है। पश्चिम रेलवे ने बताया कि मवेशियों के कुचलने को रोकने और ट्रेन की सुचारू आवाजाही के लिए, पश्चिम रेलवे ने मुंबई-अहमदाबाद खंड पर मेटल बीम फेंसिंग का निर्माण कार्य शुरू किया है। मेटल बैरियर फेंसिंग मुंबई से अहमदाबाद के बीच लगभग 620 किलोमीटर की लंबाई को कवर करेगी। इसे लगभग 245.26 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने निविदाएं मंगवाई थी। इसमें 8 निविदाएं दी गई हैं और काम जोरों पर चल रहा है। वडोदरा मंडल में अंकलेश्वर-भरुच सेक्शन में कार्य शुरू है। वहीं, अलग-अलग सेक्शन में ठेकेदार कार्य कर रहे हैं। चार -पांच महीनों में काम पूरा होने की संभावना है।
दीवार के बजाए धातु से बनी गार्ड रेल ट्रैक के किनारे फेंसिंग कंक्रीट की दीवार के बजाय धातु से बनी बाड़ होगी। बाड़ बहुत मजबूत है क्योंकि इसमें दो डब्ल्यू-बीम होते हैं। इसी तरह की बाड़ का उपयोग राजमार्गों और एक्सप्रेस-वे में किया जाता है।
ग्रामीणों को कर रहे जागरूक मुंबई मंडल के आरपीएफ कर्मचारी संवेदनशील स्थानों की पहचान कर वहां ग्रामीणों को जागरूकता कर रहे हैं। आस-पास के गांवों के निवासी और पशु चराने वालों को समझाया जा रहा है कि वे पशुओं को रेल की पटरियों के पास चरने न दें।
वंदे भारत एक्सप्रेस के साथ कब-कब हुए हादसे 06 अक्टूबर- अहमदाबाद में भैसों के झुंड से टकराई वंदे भारत एक्सप्रेस। 07 अक्टूबर- वडोदरा मंडल में आनंद के पास भी मवेशी से टकराई वंदे भारत।
29 अक्टूबर- मुम्बई मंडल में वलसाड और अतुल के बीच एक गाय से टकराई। 01 दिसंबर- मुम्बई मंडल में उदवाड़ा और वापी स्टेशन के बीच मवेशी से टकराई ट्रेन।