उधना स्टेशन के पास ट्रैक किनारे बिकते हैं चोरी के मोबाइल
उधना स्टेशन से पांच सौ मीटर की दूरी पर संतोषीनगर झोपड़पट्टी के नजदीक ट्रेनों से चोरी किए गए मोबाइल फोन का चोर बाजार लगता है। यह...

सूरत।उधना स्टेशन से पांच सौ मीटर की दूरी पर संतोषीनगर झोपड़पट्टी के नजदीक ट्रेनों से चोरी किए गए मोबाइल फोन का चोर बाजार लगता है। यह मोबाइल यूपी-बिहार की ट्रेनों में लूटपाट तथा चोरी के होते हैं। रेलवे सुरक्षा बल का कहना है कि रेलवे पुलिस उनके द्वारा पकड़े गए चोरों को मामूली धारा के तहत मामला दर्ज कर छोड़ देती है। इससे उनके हौसले बुलंद हैं।
उधना स्टेशन से यूपी-बिहार की ओर जाने वाली ट्रेनों में मोबाइल चोरी की वारदातें रुक नहीं रही हैं। रेलवे सुरक्षा बल की विशेष टीओपीबी टीम ने पिछले कुछ दिनों में मोबाइल चोरी तथा जनरल कोच में लूटपाट करने वालों पर कार्रवाई जरूर की, लेकिन सूरत-छपरा ताप्ती गंगा एक्सप्रेस, सूरत-भागलपुर एक्सप्रेस, उधना-वाराणसी भोलेनगरी एक्सप्रेस, बान्द्रा टर्मिनस-पटना एक्सप्रेस, उधना-दानापुर एक्सप्रेस, वलसाड-कानपुर उद्योगकर्मी एक्सप्रेस, वलसाड-मुजफ्फरपुर सोनपुर एक्सप्रेस समेत यूपी-बिहार की दूसरी ट्रेनों के जनरल कोच में समाज कंटक यात्रियों को निशाना बना रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि उधना स्टेशन के पास कर्व पर कुछ लोग ट्रैक के किनारे लकड़ी लेकर बैठे जाते हैं।
यात्रियों पर वार कर वह उनका मोबाइल चलती ट्रेन से गिरा देते हैं और बाद में इसे लेकर भाग जाते हैं। उधना स्टेशन से पांच सौ मीटर की दूरी पर संतोषीनगर झोपड़पट्टी में ट्रेनों से चोरी किए जाने वाले मोबाइल का खुला बाजार लगता है। बिना कोई बिल या रसीद दिए दस से बीस हजार रुपए का मोबाइल यहां हजार से दो हजार रुपए में बेच दिया जाता है। सूत्रों ने बताया कि ट्रेनों में चोरी करने वाले लोगों का गिरोह है। यह लोग पहले वापी पहुंचते हैं और बान्द्रा टर्मिनस-पटना एक्सप्रेस में वहां से उधना आते हैं। इस दौरान जनरल कोच में वह यात्रियों से मारपीट कर लूटपाट करते है। रेलवे सुरक्षा बल की क्राइम ब्रांच टीम ने इस गिरोह के चार-पांच लडक़ों को गिरफ्तार कर बारह हजार ४४० रुपए बरामद किए थे। पूछताछ में उन्होंने यात्रियों से लूट करने की बात कबूली थी।
रेलवे सुरक्षा बल ने बाद में इन लडक़ों को रेलवे पुलिस को सौंप दिया। इनके खिलाफ मामूली धारा लगने से यह दूसरे दिन ही छूट गए। रेलवे सुरक्षा बल अधिकारियों का कहना है कि रेलवे पुलिस उनके द्वारा पकड़े गए मोबाइल या सामान चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में आनाकानी करती है। रेलवे सुरक्षा बल ने बताया कि कई बार ट्रेन में मोबाइल या सामान चोरी करने वाले को पकडऩे के बाद रेलवे पुलिस थाने लाया जाता है। यात्री सफर नहीं छोडऩा चाहता। रेलवे पुलिस शिकायतकर्ता के बारे में पूछताछ कर मामले को रफा-दफा करने में लग जाती है।
यात्रियों को डराकर करते हैं लूटपाट
सूरत और उधना स्टेशन से यूपी-बिहार की ओर जाने वाली गाडिय़ां ताप्ती लाइन से गुजरती हैं। उधना स्टेशन के बाद बड़े कर्व पर ट्रेन की गति धीमी होती है। ट्रेन में सवार समाज कंटक जनरल कोच के यात्रियों से मारपीट कर उनसे मोबाइल और नकदी छीनने के बाद इसी जगह उतर जाते हैं। ट्रेन में हथियार दिखाकर या फिर सामान गुम होने का हल्ला मचाकर यह लोग यात्रियों को डराते हैं। सूरत और उधना में रेलवे सुरक्षा बल के आइजी के दौरे के बाद टीमें तैनात की गई हैं। इससे इक्का-दुक्का चोर पकड़े जा रहे हैं।
दस जवानों की तैनाती
रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी ने बताया कि उधना में आरपीएसएफ की कंपनी आने के बाद सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है। उधना स्टेशन तथा उधना के पास कर्व के नजदीक दस जवानों को ट्रेनों में होने वाली चोरी की वारदातों की रोकथाम के लिए लगाया गया है। इसके अलावा रेलवे सुरक्षा बल की क्राइम ब्रांच को भी एक टीम के साथ वापी से उधना, सूरत के बीच ट्रेन में गश्त के लिए तैनात किया गया है। एक टीम शताब्दी एक्सप्रेस, राजधानी एक्सप्रेस, अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस जैसी प्रमुख ट्रेनों में लगाई जाती है।
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