पुलिस ने बताया कि अभियुक्तों का नाम हरिपुरा हनुमान शेरी निवासी रूजल अनिलकुमार शाह, कतारगाम तदानेव आशीष सोसायटी निवासी मुकेश जादव घोघारी और सीतानगर सोसायटी निवासी गौतम भनु घोघारी है। तीनों के खिलाफ कतारगाम मारूति अपार्टमेंट निवासी हीरा श्रमिक हरेश पुना चावड़ा ने शिकायत दर्ज करवाई है। हरेश के आरोपों के मुताबिक वर्ष 2017 में उसकी पत्नी साडिय़ों पर स्टोन लगाने का काम करती थी। अभियुक्त मुकेश और गौतम उसे साडिय़ां दे जाते थे। इस दौरान दोनों ने हरेश और उसकी पत्नी गीता से कहा कि वह फ्री में पेनकार्ड बनाकर देते हैं। हरेश और गीता के पास पेनकार्ड नहीं होने के कारण उन्होंने अपने तथा अपने चचेरे भाई और उसकी पत्नी के पहचान पत्र दोनों को दे दिए। कुछ दिन बाद उनके पेनकार्ड बनाकर आने के बाद उन्होंने चारों को बैंक में अकाउंट्स खोल देने की बात कही और अभियुक्त रूजल शाह से उनकी मुलाकात करवाई। तीनों ने मिलकर दोनों दम्पतियों के बैंक अकाउंट्स आइडीबीआई बैंक में खोल दिए। अगस्त में हरेश के चचेरे भाई ने जब एटीएम के जरिए अपने अकाउंट्स का स्टेटमेंट निकाला तो वह चौंक उठा। उसके अकाउंट्स से लाखों रुपए के ट्रांजेक्शन किए गए थे। उसने यह बाद हरेश को बताई तो उसने भी अपने और पत्नी के बैंक अकाउ्ंट्स का स्टेटमेंट निकाला था उनके अकाउंट्स से भी लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन किया गया था। उन्होंने बैंक में जाकर जांच की तो पता चला कि कई महीनों से उनके बैंक अकाउंट्स से लाखों रुपए का ट्रांजेक्शन किया जा रहा है। मामला सामने आने के बाद हरेश ने कतारगाम थाने में इसकी शिकायत की थी। प्राथमिक जांच के बाद करोड़ों रुपए का घपले का अंदेशा होने पर रविवार को पुलिस ने हरेश के बयानों के आधार पर तीनों अभियुक्तों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।