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सूरत

रोजगार के लिए यात्रा करने वाले मुश्किल में, पैसेंजर-मेमू ट्रेन चलाने की मांग

– रेलवे स्टेशन के प्रवेश व निकास द्वार खोलने से वृद्ध और महिला यात्रियों को मिलेगी राहत

सूरतDec 07, 2020 / 11:41 pm

Sanjeev Kumar Singh

रोजगार के लिए यात्रा करने वाले मुश्किल में, पैसेंजर-मेमू ट्रेन चलाने की मांग

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सूरत.

कोरोना संकट के चलते पश्चिम रेलवे में सूरत से होकर चलने वाली पैसेंजर और मेमू ट्रेनों का संचालन अब तक शुरू नहीं हो सका है। डीआरयूसीसी सदस्य ने दस से अधिक पैसेंजर व मेमू ट्रेनों को शुरू करने के साथ-साथ सूरत स्टेशन के प्रवेश व निकास द्वार को खोलने की मांग की हैं।
कोरोना के चलते सूरत रेलवे स्टेशन से आने- जाने वाली पैसेंजर, मेमू ट्रेनें 22 मार्च से बंद हैं। पिछले दिनों रेल मंत्रालय और सरकार के निर्देशानुसार कुछ ट्रेनों को परिचालन शुरू किया गया है। लेकिन दक्षिण गुजरात में रहने वाले विभिन्न वर्गो के लिए बड़ी संख्या में रोजगार के लिए ट्रेन में सूरत के लिए यात्रा करते हैं। पैसेंजर और मेमू ट्रेनों के संचालन बंद होने के कारण आठ माह से उपडाउन आने-जाने में मुश्किल हो रही है। वर्तमान स्थिति में जहां लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब है, ऐसे में रेल यात्रियों को रोजगार के लिए निजी वाहनों में सफर करना पड़ता है। इसका बोझ भी बहुत अधिक होता है।
रेल यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए वलसाड- दाहोद इंटरसिटी, सूरत- जामनगर इंटरसिटी, वडोदरा-भिलाड ट्रेन, सूरत-बान्द्रा इंटरसिटी, सूरत-विरार मेमू, सूरत-अहमदाबाद मेमू, सूरत-भुसावल पैसेंजर, सूरत-नंदूरबार पैसेंजर, वलसाड-विरमगाम पैसेंजर और गुजरात क्विन एक्सप्रेस चलाने की मांग की गई हैं। सूरत रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से यात्रा करने वाले रेल यात्री अपने स्वयं के वाहन या किराए के वाहन में सूरत रेलवे स्टेशन पर पहुंचते है। उन्हें रेलवे स्टेशन के बाहर ही उतरना होता है। रेलवे स्टेशन पर पिछले आठ माह से प्रवेश द्वार और निकास द्वार बंद है।
इसके चलते दिव्यांग, अशक्त, गर्भवती महिलाओं के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिक यात्रियों के लिए प्लेटफार्म पर अपना सामान ले जाने में बहुत मुश्किल होती है। भारत में यात्रियों के लिए हवाई अड्डे और बस स्टेशन भी खोल दिए गए हैं। यात्रियों की तकलीफ को देखते हुए डीआरयूसीसी सदस्य शनिल वी. पटेल ने प्रवेश व निकास द्वार खोलने और पैसेंजर व मेमू ट्रेन चलाने की मांग की है।
गौरतलब है कि आम लोगों के स्टेशन पर प्रवेश बंद होने के कारण यात्रियों को अपना सामान ट्रेन तक ले जाने में काफी दिक्कत होती है। दूसरी तरफ, कुली मनमाना रेट वसूल रहे हैं। राजस्थान पत्रिका ने पूर्व में कुलियों की मनमानी वसूली की खबर भी प्रकाशित की थी। उसका तात्कालिक असर रहा।
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