सूरत

वनवासी जीवन से रू-ब-रू हुए सदस्य

श्रीहरिसत्संग समिति वापी शाखा

सूरतJan 15, 2019 / 11:24 pm

Sunil Mishra

वनवासी जीवन से रू-ब-रू हुए सदस्य


वापी. राष्ट्र के आदिवासी-वनवासी अंचल में शिक्षा, स्वास्थ्य एवं संस्कार की अलख जगा रहे राष्ट्रीय संगठन श्री हरि सत्संग समिति की वापी शाखा की ओर से रविवार को वन यात्रा का आयोजन किया गया।
समिति के उपाध्यक्ष नवल मोदी के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में संस्था से जुड़े 50 पुरुष व महिला सदस्यों ने धरमपुर तहसील के घसार गांव में समिति द्वारा संचालित एकल विद्यालय व संस्कार केन्द्र का निरीक्षण किया। जहां स्थानीय वनवासी भाई- बहनों ने मंगल कलश व परंपरागत वाद्ययंत्रों के साथ नृत्य कर आगंतुकों का स्वागत किया। संस्था की ग्राम समिति के पदाधिकारियों ने संस्कार केन्द्रों के कार्य संचालन के बारे में अवगत करवाया। इसके बाद हनुमतमाल के पास मांडा गांव में समिति के आदिवासी कथाकार भरत भाई व साथियों ने प्रवचन व भजनों की प्रस्तुति दी। सभी सदस्यों ने गांव के आदिवासियों के साथ परंपरागत भोजन का स्वाद लिया व उनकी परंपराओं से रू-ब-रू हुए। कार्यक्रम में उपस्थित राजस्थान प्रगति मंडल के अध्यक्ष कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि वनवासी समाज के शैक्षणिक उत्थान के लिए मंडल समिति के साथ मिलकर कार्य करेगा। अग्रवाल महिला समिति की उषा रूंगटा, राजस्थान महिला मंडल की आशा गुटगुटिया व पार्षद मनीषा दायमा ने भी वन यात्रा के आयोजन की प्रशंसा करते हुए समिति के वनवासी उत्थान के कार्यों से जुडऩे की प्रतिबद्धता जताई।
 

कामली परिवार का 12वां स्नेह सम्मेलन आयोजित
वांसदा. तहसील के मनपुर गांव में आदिवासी समस्त कामली परिवार का 12वां स्नेह सम्मेलन आयोजित किया गया। आदिवासी परंपरा के अनुसार देवी देवताओं की पूजा अर्चना के बाद कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। कामली परिवार के प्रमुख पांडु कामली ने सभी परिवारों को एकजुट होकर सभी की मदद का आह्वान किया। सम्मेलन में डांग, सिलवासा, वांसदा, धरमपुर के अलावा महाराष्ट्र से भी समाज के लोग आए थे। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य, वक्तव्य में समाज के बच्चों ने अपनी प्रतिभा दिखाई। सम्मेलन में सिलवासा से सनंद कामली, रतन कामली, मनपुर के नटू कामली, महेन्द्र कामली समेत कई अग्रणी उपस्थित थे।

Home / Surat / वनवासी जीवन से रू-ब-रू हुए सदस्य

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.