पुलिस सूत्रों की माने तो पुणागाम गंगानगर निवासी आरोपी पुरुषोत्तम सोलंकी (25), उत्राण अभिनंदन सोसायटी निवासी पीयूष वोरा ने एक महिला समेत अपने चार अन्य साथियों के साथ मिल कर कपड़ा कारोबारी को अपने जाल में फंसाया। उन्होंने गत वर्ष नवम्बर में वोट्सएप पर पीडि़त को युवती का फोटो व नानपुरा के अपार्टमेंट का पता भेजा।
पीडि़त के वहां पर पहुंचते ही तीन जनें पुलिसकर्मियों के रूप में पहचान देकर अंदर घुस आए। उन्होंने पीडि़त को फंसाने की धमकी दी। उससे दस लाख रुपए ऐंठ लिए। महीने भार बाद उन्होने फिर से पीडि़त को डरा धमका कर 40 हजार रुपए वसूले। कुछ दिन पूर्व फिर उन्हें अठवा थाने के पुलिसकर्मी अभयसिंह के रूप में पहचान देकर 20 लाख मांगे।
पीडि़त ने अपने मित्र से बात की तथा अठवा थाने में पड़ताल की तो वहां इस नाम का कोई पुलिसकर्मी था ही नहीं। इस पर पीडि़त ने उमरा थाने में शिकायत दी। उमरा पुलिस ने कार्रवाई कर पुरुषोत्तम व पीयूष को पकड़ लिया। जबकि मास्टर माइंड शिवराज फरार है। शिवराज के खिलाफ पूर्व में भी हनीट्रैप का मामला दर्ज हो चुका है।
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