https://www.patrika.com/surat-news/armed-robbers-rob-gold-worth-rs-6-55-crore-from-finance-company-5621813/ https://t.co/YNIVl69bXC?amp=1 https://www.patrika.com/surat-news/police-s-hands-empty-in-robbery-case-of-crores-5626028/ https://twitter.com/sunilmishraanu/status/1216599473909981184?s=20 विधायक की हत्या में शामिल है कालू हमाम
गिरफ्तार बदमाश शरमत बेग उर्फ कालू हमाम ने 1993 में महाराष्ट्र के खेतवाड़ी के विधायक प्रेमकुमार शर्मा की हत्या की है। 1994 में मुंबई के वीपी रोड पर अपने कुछ साथियों के साथ एक व्यक्ति से 2.65 लाख की लूट, 2012 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पेट्रोल पंप से चार लाख रुपए की लूट, 2018 में मुंबई के मानपुर स्टेशन के पास एक व्यक्ति से नौ लाख रुपए की लूट समेत कई अन्य गंभीर अपराधों में वह शामिल रहा है।
गिरफ्तार बदमाश शरमत बेग उर्फ कालू हमाम ने 1993 में महाराष्ट्र के खेतवाड़ी के विधायक प्रेमकुमार शर्मा की हत्या की है। 1994 में मुंबई के वीपी रोड पर अपने कुछ साथियों के साथ एक व्यक्ति से 2.65 लाख की लूट, 2012 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पेट्रोल पंप से चार लाख रुपए की लूट, 2018 में मुंबई के मानपुर स्टेशन के पास एक व्यक्ति से नौ लाख रुपए की लूट समेत कई अन्य गंभीर अपराधों में वह शामिल रहा है।
संतोष उर्फ राजेश खन्ना पर आरोप
1997 में संतोष ने अपने साथी सुरेश के साथ मिलकर छोटा राजन के कहने से मुंबई के साकीनाका में कय्यूम कुरेशी तथा 1999 में अख्तर खान एवं जोन पोलस नामक बदमाश के साथ मिलकर इकबाल फंटूरा की हत्या को अंजाम दिया था। यह दोनों बदमाश दाउद गिरोह से जुड़े थे और छोटा राजन के कहने पर संतोष ने दोनों की हत्या को अंजाम दिया था। इसके अलावा 1998-99 में कुर्ला में बिल्डर से हफ्ता वसूली, 2002 में माहिम में लूट का प्रयास, 2002 में चेम्बूर से कार की लूट, 2011 में सूरत में साथियों के साथ बस में जा रहे बुजुर्ग का अपहरण कर हीरा की लूट, 2018 में मुंबई के मानपुर के पास एक व्यक्ति से नौ लाख की लूट समेत कई अपराधों में संतोष की लिप्तता सामने आ चुकी है। कई मामले में वह जेल जा चुका है जबकि कई में वांटेड है।
1997 में संतोष ने अपने साथी सुरेश के साथ मिलकर छोटा राजन के कहने से मुंबई के साकीनाका में कय्यूम कुरेशी तथा 1999 में अख्तर खान एवं जोन पोलस नामक बदमाश के साथ मिलकर इकबाल फंटूरा की हत्या को अंजाम दिया था। यह दोनों बदमाश दाउद गिरोह से जुड़े थे और छोटा राजन के कहने पर संतोष ने दोनों की हत्या को अंजाम दिया था। इसके अलावा 1998-99 में कुर्ला में बिल्डर से हफ्ता वसूली, 2002 में माहिम में लूट का प्रयास, 2002 में चेम्बूर से कार की लूट, 2011 में सूरत में साथियों के साथ बस में जा रहे बुजुर्ग का अपहरण कर हीरा की लूट, 2018 में मुंबई के मानपुर के पास एक व्यक्ति से नौ लाख की लूट समेत कई अपराधों में संतोष की लिप्तता सामने आ चुकी है। कई मामले में वह जेल जा चुका है जबकि कई में वांटेड है।