शहर में आइआरसीटीसी से लाइसेंस लेने वाले इ-टिकट एजेंटों की भरमार है। यह एजेंट लाइसेंस की आड़ में निजी आइडी से भी टिकटों की बुकिंग करते हैं। गर्मी की छुट्टियां शुरू होने वाली हैं। सभी रेग्यूलर ट्रेनों में लम्बी प्रतीक्षा सूची चल रही है। एजेंट ग्राहकों से तत्काल टिकट बनाने के लिए ऊंची रकम लेते हैं।
सूरत रेलवे सुरक्षा बल निरीक्षक ईश्वर सिंह यादव को चौक बाजार मुगलीसरा क्षेत्र में इ-टिकट एजेंट द्वारा टिकटो की कालाबाजारी की जानकारी मिली थी। उप निरीक्षक जयेश सोलंकी ने हेड कांस्टेबल मुकेश चौधरी तथा अपराध शाखा के कांस्टेबल राकेश यादव के साथ मुगलीसरा पटेल ट्रैवल्स पर छापे की कार्रवाई की। यहां से उसमान गनी घडिय़ाली (39) को गिरफ्तार किया गया।
उसके पास सोलह इ-टिकट बरामद हुए, जिनकी कीमत 15 हजार 411 रुपए है। उसने इ-टिकटों की कालाबाजारी की बात कबूल की। उसके बताने पर रेलवे सुरक्षा बल ने रानी तालाब के पास एन्जॉय ट्रैवल्स पर भी छापे की कार्रवाई की और वहां से अलताफ मेमण (39) को गिरफ्तार किया। उसके पास दो टिकट बरामद हुए, जिनकी कीमत 7 हजार 725 रुपए है। रेलवे सुरक्षा बल ने लेपटॉप, डायरी, आइडी और पासवर्ड समेत अन्य सामग्री जब्त की है। दोनों को थाने लाने के बाद रेलवे सुरक्षा बल ने रेलवे अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया।