पुलिस सूत्रों का कहना है कि राजू व प्रकाश दोनों मूल रूप से नेपाल के रहने वाले है। राजू पन्द्रह व प्रकाश बारह साल से कारखाने में काम करता था। दोनों सपरिवार सूरत में किराए के मकानों में रहते थे। पुलिस ने उनके घरों पर पड़ताल की तो दोनों के घरों पर ताले मिले। दोनों के परिवार भी गायब मिले। पुलिस को आशंका है कि लंबे समय से काम कर रहे होने के कारण कारखाने में सभी को उन पर भरोसा था। इसी का फायदा उठा कर उन्होंने चोरी की साजिश रची और फिर उसे अंजाम दिया।
पुलिस को आशंका के है कि चोरी के बाद दोनों नेपाल की ओर भागे होंगे। भागने के लिए उन्होंने रेलवे या बस में आरक्षण भी करवाया होगा। जिसके चलते क्राइम ब्रांच समेत कतारगाम पुलिस की अलग अलग टीमें बस स्टेण्ड, रेलवे स्टेशन आदि की फुटेज व आरक्षण की लिस्टें भी खंगाल रही