यूसुफ ने रेलवे पुलिस को बताया कि उसके मोहल्ले में रहने वाले सिब्बू उर्फ टाइगर और बिच्छू नाम के दो युवकों ने उस पर फायरिंग की है। इनसे उसका छह महीने से झगड़ा चल रहा है। टाइगर को पहले से पता था कि यूसुफ मुम्बई से रणकपुर एक्सप्रेस में सूरत आ रहा है। टाइगर अपने साथी बिच्छू के साथ पहले से घात लगाकर प्लेटफॉर्म पर था और ट्रेन का इंतजार कर रहा था। यूसुफ इंजन के पीछे वाले जनरल कोच से उतरा, तभी टाइगर ने उस पर दो राउंड फायरिंग कर दी।
लिम्बायत क्षेत्र में रहने वाले समाजकंटकों द्वारा सूरत स्टेशन पर की गई फायरिंग के बाद रेलवे पुलिस की एलसीबी शाखा ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस को मिली प्राथमिक जानकारी के मुताबिक लिम्बायत में गैंगवार को लेकर फायरिंग हुई है। यूसुफ अपने मोहल्ले में मॉडल के नाम से मशहूर है। उसके मुम्बई जाने की जानकारी टाइगर को पहले से थी। टाइगर जमीन पर कब्जे और सुपारी लेने के काम करता है। सलाबतपुरा थाने में उसके खिलाफ आम्र्स एक्ट के तहत मामले दर्ज होने की जानकारी मिली है।
लिम्बायत क्षेत्र में यूसुफ अपने मामा के साथ रहता है। टाइगर कुछ दिन पहले उसे धमकाने के लिए उसके घर गया था। उसने उसके मामा को धमकाते हुए यूसुफ को देख लेने की धमकी दी थी। यूसुफ पतरे के शेड तथा लोहे की ग्रिल लगाने का कॉन्ट्रेक्ट लेने का कार्य करता है। यूसुफ और टाइगर मूल रूप से उत्तरप्रदेश के निवासी बताए जा रहे हैं।
स्टेशन पर अचानक हुई फायरिंग से यात्रियों में दहशत फैल गई। लोग बचने के लिए इधर-उधर भागने लगे। घटना के कुछ देर बाद यात्री मौके पर खड़े होकर मोबाइल से फोटो खींचते दिखाई दिए।
लिम्बायत क्षेत्र के गैंगवार को लेकर सूरत स्टेशन पर यात्री पर हमला हुआ। रेलवे पुलिस डी स्टाफ तथा रेलवे एलसीबी की टीमें आरोपियों की खोज में जुटी हैं।
एम.एस. बोदर, निरीक्षक, रेलवे पुलिस, सूरत