आग बुझाने गई और लपेटों ने घेर लिया
पुलिस ने बताया कि सोसायटी निवासी मोहन गुप्ता के घर में सुबह करीब 11 बजे आग भडक़ उठी। प्रथम तल पर रसोई में उसकी पत्नी संध्या (45) तथा दो बेटियां रोशनी (16) और वंदना (14) काम कर रही थीं। सभी तत्काल नीचे आईं, लेकिन तब तक आग पूरे घर में फैल चुकी थी। तीनों ने आग बुझाने के लिए बाथरूम से पानी फेंकना शुरू किया। भडक़ती आग ने उन्हें चपेट में ले लिया। उनकी चीख-पुकार सुनकर मोहन और पड़ोसी वहां पहुंचे। पानी और रेत डालकर आग बुझाने का प्रयास किया गया।
दोनों बहनों की मौके पर ही मौत विजलपोर दमकल विभाग के कर्मचारियों ने 10-15 मिनट में आग पर काबू पा लिया, लेकिन तब तक मोहन गुप्ता की दोनों बेटियों वंदना और रोशनी की गंभीर रूप से झुलस जाने से मौत हो चुकी थी, जबकि संध्या बेसुध पड़ी थी। उसे दरवाजा तोडक़र बाहर निकाला गया। गंभीर रूप से झुलसी संध्या को 108 एम्बुलेंस से नवसारी सिविल अस्पताल ले जाया गया। वहां से उसे नवसारी के निजी अस्पताल रैफर किया गया। दोनों बहनों के शवा पोस्टमार्टम के लिए नवसारी सिविल अस्पताल पहुंचाए गए।
कारण ढूंढने के लिए ली गई एफएसएल की मदद
विजलपोर पुलिस के अधिकारियों ने एफएसएल की मदद से आग का कारण ढूंढने का प्रयास किया। पहले गैस रिसाव से आग लगने की आशंका जता रही पुलिस ने बाद में शॉर्ट सर्किट से आग लगना बताया। पुलिस निरीक्षक जे.डी. डांगरवाला मामले की जांच कर रहे हैं।
विजलपोर पुलिस के अधिकारियों ने एफएसएल की मदद से आग का कारण ढूंढने का प्रयास किया। पहले गैस रिसाव से आग लगने की आशंका जता रही पुलिस ने बाद में शॉर्ट सर्किट से आग लगना बताया। पुलिस निरीक्षक जे.डी. डांगरवाला मामले की जांच कर रहे हैं।