सूरत

दो चोरों ने 17 चोरियां करने की बात स्वीकार की

सूरत जिला एलसीबी टीम की कार्रवाई : 1.8 लाख रुपए का सामान जब्त, दो जने गिरफ्तार

सूरतDec 17, 2018 / 09:13 pm

Sanjeev Kumar Singh

दो चोरों ने 17 चोरियां करने की बात स्वीकार की

बारडोली.
सूरत जिला एलसीबी की टीम ने सूरत सहित प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में दुकानों को निशान बनाकर चोरी करने वाले गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपियों से मोबाइल एसेसरिज, बाइक और नकद सहित 1 एक लाख आठ हजार रुपए का सामान जब्त किया। दोनों आरोपियों ने पुलिस के समक्ष 17 चोरियां करना स्वीकार किया। पुलिस ने गिरोह के तीन अन्य सदस्यों को वांछित घोषित किया।
 


प्राप्त जानकारी सूरत जिला एलसीबी टीम रविवार रात को कड़ोदरा थाना क्षेत्र में गश्त पर थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि घरों में चोरी और एटीएम चोरी में पकड़े गए दिव्येश कालरिया और जिग्नेश पारीख बाइक से कड़ोदरा और बारडोली क्षेत्र में चोरी करने जाने वाले है। इस पर पुलिस ने कड़ोदरा चार रास्ता के पास कार्रवाई शुरू की। इसी दौरान एक बाइक पर दो संदिग्ध युवक को आते देख पुलिस ने दोनों को रोक कर तलाशी ली।
 

पुलिस ने दोनों आरोपियों से चोरी करने के लिए उपयोग मे लिए जाने वाले औजार बरामद किए गए। पुलिस पूछताछ में दोनों ने अपना नाम सूरत के कापोदरा तथा मूल जूनागढ़ के सोंदरड़ा निवासी दिव्येश हरेश कालरिया और भरुच के अंकलेश्वर डीआइजीसी निवासी जिग्नेश उर्फ जिगो किरीट पारीख बताए। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके अन्य साथियों के साथ अलग-अलग क्षेत्र में मोबाइल और टोबेको की दुकान के शटर तोडक़र चोरी की वारदात को अंजाम देते थे।
 

 

आरोपियों ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में करीब 17 चोरियां करना स्वीकार किया। पुलिस ने आरोपियों से बाइक, मोबाइल फोन, मोबाइल एसेसरिज और नकद सहित एक लाख 8 हजार 30 रुपए का सामान जब्त किया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर उसके अन्य साथी सुरेश उर्फ सूर्यो उर्फ राजू परमार (भरुच), नागजी उर्फ नरियो उर्फ कालु (भावनगर) और ब्रिजेश उर्फ बंटी दलवाड़ी (डाकोर) को वांछित घोषित किया।


पहले भी हो चुका है गिरफ्तार
गिरफ्तार आरोपी दिव्येश इससे पूर्व सूरत जिले के मांडवी थाना क्षेत्र में हुई चोरी के 6 मामलों में और मांगरोल थाना क्षेत्र में एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। वहीं जिग्नेश उर्फ जिगो बारडोली, अहमदाबाद, वडोदरा, आणंद, इडर और सूरत शहर में एटीएम चोरी के मामले मे पकड़ा जा चुका है।
 


इंटरनेट के माध्यम से दुकानों का लगाता था पता
जिग्नेश इंटरनेट के माध्यम से मोबाइल की दुकानों का पता लगाता था। बाद में रात को गिरोह के साथ मिलकर चोरी की घटना को अंजाम देता था। दुकानों की पूरी जानकारी मिलने के बाद ही वो अपनी टीम के साथ जाता था। चोरी से पहले वो दुकानों में सीसीटीवी लगा है कि नहीं वो भी चेक कर लेता था। बाद में जिस दुकानों में सीसीटीवी लगा है उसका डीवीआर निकालकर उसे नदी में फेंक देता था।
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