सूरत के लिम्बायत क्षेत्र के निकट मीठीखाड़ी और ओमनगर क्षेत्र के 11 युवक रविवार को वाघेचा तापी नदी किनारे ईद के त्योहार पर घूमने गए थे। बाद में सभी युवक तापी नदी में नहा रहे थे। इसमें दो युवक लिम्बयात के मारुतिनगर चौक निवासी शोएब मुमताज अंसारी (17) और ओमनगर निवासी अब्दुल्ला नासीर अंसारी (16) नदी के गहरे पानी में डूब गए।
घटना के बाद सूचना पर पहुंचे तैराकों की टीम ने देर रात तक खोजबीन की, लेकिन दोनों का कोई पता नहीं चल पाया। बाद में दूसरे दिन सोमवार को स्थानीय तैराकों और बारडोली फायर ब्रिगेड के जवानों ने काफी खोजबीन के बाद दोनों के शव को नदी से बाहर निकाला। उल्लेखनीय है कि तापी नदी में इसी स्थान पर अब तक 150 से ज्यादा लोगों की डूबने से मौत हो चुकी है। प्रशासन की ओर से सूचना बोर्ड भी लगाया गया है। इसके बावजूद भी लोग नहाने जाते हैं।
जलस्तर बढऩे से टला संकट
सरदार सरोवर नर्मदा बांध के जलस्तर में इजाफा हो रहा है। मध्यप्रदेश से बांध में अभी और पानी छोड़े जाने के बाद प्रदेश में मंडरा रहे जल संकट से मुक्ति मिल जाएगी। सरदार सरोवर नर्मदा बांध के अधिकारियों के मुताबिक गुजरात में मंडरा रहा जल संकट अब नहीं रहेगा।
इस बार भीषण गर्मी के कारण प्रदेश में जलसंकट की स्थिति पैदा हो गया। जिसके कारण प्रदेश सरकार ने नर्मदा के पानी को बचाने के लिए कई प्रयास कियाा। नर्मदा के पानी के इस्तेमाल में भी कटौती कर दी गई थी। अब जब सरदार सरोवर नर्मदा बांध का जलस्तर धीमी गति से बढऩे लग गया है, ऐसे में जल संकट दूर होता नजर आ रहा है।
ट्रिब्यूनल अवार्ड के हिसाब से शेष पानी मध्यप्रदेश से कुछ दिन के भीतर छोड़ा जाएगा जिससे निकट दिनों में सरदार सरोवर नर्मदा बांध के जलस्तर में इजाफा होगा। परिणाम स्वरुप राज्य में पानी का कोई संकट नहीं रहेगा। प्रतिवर्ष नर्मदा में २८ मिलियन एकड़ फीट पानी आता है जिसमें गुजरात को ९ मिलियन एकड फीट पानी मिलता है।
नर्मदा क्षेत्र में कमजोर मानसून के कारण मध्यप्रदेश से सिर्फ 4.71 मिलियन एकड फीट ही पानी मिला था। इन दिनों मध्यप्रदेश स्थित इंदिरा सागर बांध के बिजली केन्द्रों को चलाया जा रहा है और यही पानी सरदार सरोवर बांध पर आ रहा है। पहले बांध के जलस्तर में गिरावट हो रही थी, लेकिन अब बांध के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है।
रविवार को नर्मदा बांध का जलस्तर 105 मीटर था जो सोमवार को बढक़र 106.20 मीटर हो गया। पानी की आवक तीन हजार 331 क्यूसेक है और सरदार सरोवर में पानी का डेड स्टोरेज 3164.62 मिलियन क्यूबिक मीटर हो गया है। नर्मदा बांध से आइबीपीटी द्वारा 3075 क्यूसेक पानी लिया जा रहा है जिसमें से 2497 क्यूसेक पानी नर्मदा कैनाल में छोड़ा जा रहा है।