माना जा रहा है कि ड्राइवर शराब के नशे में था। मृतक के परिवारजन का कहना है कि नगर पालिका और डंपर ड्राइवर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हम उसके लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।
यूनियन ने ड्राइवर कि पिटाई पर किया विरोध
सूरत नगर निगम के एक संविदा कर्मचारी ड्राइवर द्वारा डंपर चलाते समय कुचल दिए जाने से कल एक महिला की मौत हुई थी। ड्राइवर ने मौके से भागने की कोशिश की थी मगर आसपास जमा हुए लोगों ने उसे फरार होने के पहले ही धर दबोचा। पुलिस के आने के बाद भी पुलिस की मौजूदगी में चालक को गुस्साई भीड़ ने मारपीट कर घायल कर दिया। जिसके बाद इलाज के लिए उसे स्मीमेर अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस घटना के बाद नगर पालिका की विभिन्न यूनियनों ने घटना की निंदा की।
इस मामले पर आज यूनियन ने कतारगाम वाहन डिपो में विरोध प्रदर्शन किया गया और एक भी वाहन को डिपो से बाहर नहीं जाने दिया गया।
इस घटना के विरोध में आज नगर पालिका की सभी 9 यूनियनों ने नगर पालिका के गायत्री वाहन डिपो पर धरना दिया। लोक सेवा विभाग और ड्रेनेज विभाग ने वाहन को वाहन डिपो से निकलने की अनुमति नहीं दी।
पिटाई करने वाले लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज हो
यूनियन नेताओं ने कहा कि हादसे में मरने वाली महिला के प्रति सहानुभूति है, लेकिन पूरे मामले की जांच होनी चाहिए। महिला दिव्यांग बताई जा रही है। वह मोपेड कैसे चला रही थी यह भी जांच का विषय है। इसके अलावा पुलिस को इस बात की भी जांच करनी है कि ड्राइवर की गलती है या नहीं।
गलती साबित हुए बिना ऐसे भीड़ द्वारा पीटा जाना गलत है। यूनियन ने मांग की है कि नगर पालिका ड्राइवर की पिटाई करने वाले सभी लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करनी चाहिए और ड्राइवर की सुरक्षा के लिए कदम उठाने चाहिए।
यूनियन के हंगामे के बाद पदाधिकारी आवेदन देने नगर आयुक्त के पास भी पहुंचे।