वांसदा तहसील के कूकड़ा गांव में यह कमाल किया गया है। यहां 14 वें वित्त आयोग की ग्रान्ट से सडक़ बनाने की बात कही जा रही है। इसका बाकायदा साइन बोर्ड भी लगाया गया है पर बोर्ड लगाने के बाद से विवाद खड़ा हो गया है। गांव के पटेल फलिया में 14 वें वित्त आयोग के अंतर्गत वर्ष 2019-20 में रास्ता बनाए जाने का बोर्ड लगाया गया है।
इस बोर्ड पर गांव के मोहन भाई रूमशीभाई के घर से सुरेश भाई के घर तक जाने वाले मार्ग का उल्लेख किया गया है। गांव के लोगों का ही आरोप है कि बोर्ड में जिन दो लोगों का नाम लिखा गया है वे इस विस्तार में रहते ही नहीं है। सबसे बड़ी बात यह है कि यहां कोई सडक़ बनाई ही नहीं गई है।
सडक़ में नहीं डाली गिट्टी, सीमेंट, ग्रामीणों का आरोप
इस मार्ग पर डामर की कौन कहे, कभी गिट्टी भी नहीं डाली गई। गांव के देसाई फलिया में रहने वाले ईश्वर भगा पटेल ने ग्रान्ट के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए इस मामले की जांच की मांग की है। ईश्वर भगा पटेल का साफ कहना है कि बिना सीमेंट या गिट्टी की यह सडक़ केवल कागजों में ही बनी है।