पुलिस के मुताबिक, पांडेसरा भेस्तान जमना नगर निवासी श्रीजीवन जयदेव झा (75) पांडेसरा अंबाजी डाइंग मिल में नौकरी करते थे। रविवार रात को श्रीजीवन मील के अंदर सीढिय़ों से उतरते समय संतुलन खो दिया और गटर लाइन में गिर गए। कुछ देर बाद स्थानीय लोगों का ध्यान गया और मिल में अफरा-तफरी मच गई। सुपरवाइजर मौके पर आया और घटना की जानकारी परिवार के लोगों को दी। परिवार के लोग मिल पहुंचे तो उन्हें किसी ने ये कह दिया कि कोई मामले को दबाना चाहते थे और बॉयलर में डालकर शव गायब करने के फिराक में थे, लेकिन स्थानीय श्रमिकों के हंगामे के बाद सुपरवाइजर वहां से चला गया। परिवार के लोग मिल से मुआवजा की मांग कर रहे है। उन्होंने मुआवजा न मिलने तक पोस्टमार्टम करवाने से भी मना कर दिया। उनका कहना है कि घटना रात 9 से 10 बजे के बीच हुई। जबकि परिवार को देर रात में सूचना दी गई। पांडेसरा पुलिस ने सोमवार दोपहर बाद न्यू सिविल अस्पताल में बिना परिजनों के शव का पोस्टमार्टम करवाया। पुलिस ने चिकित्सकों को लिखकर दिया उनके परिवार के लोग आना नहीं चाहते हैं। इसके बाद चिकित्सकों ने शव का पोस्टमार्टम किया।
चिकित्सकों ने दम घुटने से श्रीजीवन की मौत की आशंका जताई है। वृद्ध और कमजोर होने के कारण वह गिरने के बाद उठे ही नहीं। कंधे व चेहरे पर चोट के निशान मिले हैं। पुलिस ने बताया कि श्रीजीवन बिहार के निवासी थे और उनको तीन पुत्री है। शहर पुलिस एफ डिविजन के एसीपी जे. के. पंड्या ने बताया कि उम्रदराज होने के कारण श्रीजीवन गिर गए और मौत हुई है। शव को बॉयलर में डालकर रफा-दफा करने की बात से उन्होंने इनकार किया है।