इसलिए वह तो आराम करेंगे, लेकिन बड़े वीवर्स के पास स्टॉक जमा हो जाने के कारण वह ज्यादा उत्पादन नहीं करना चाहते। ऐसे में वह दिवाली वेकेशन लंबा खींच सकते हैं।15 अक्टूबर से कारखाने बंद होना शुरू हो जाएंगे और दिवाली तक सभी कारखाने बंद हो जाएंगे। कपड़ा उद्यमियों को श्रमिकों के पलायन का भय भी सता रहा है। वेकेशन लंबा रहने के कारण एक बार श्रमिक वतन चले गए तो जल्दी नहीं लौटेंगे।
जीआईडीसी में वन टाइम सेटलमेंट योजना शुरू
जीआईडीसी नोटिफाइड एरिया में जिन प्लॉट होल्डर्स पर जीआईडीसी ऑथोरिटी को रकम चुकाना बाकी है, उनके लिए गुजरात सरकार की ओर से वन टाइम सेटलमेंट योजना शुरू की गई है। सचिन इंडस्ट्रियल कॉ.ऑप सोसायटी के सेक्रेटरी मयूर गोलवाला ने बताया कि राज्यभर में कई मामलों को ध्यान में रखते हुए प्लॉट होल्डर्स की सुविधा के लिए यह योजना शुरू की गई है।
जिन लोगों को जीआईडीसी ऑथोरिटी को रुपए चुकाने हैं, वह दंड भरे बिना एक ही बार में पूरी रकम चुकाकर लाभ ले सकते हैं। सात अक्टूबर से शुरू हुई यह योजना 31 दिसंबर तक अमल में रहेगी।
फिर स्कॉलरशिप लेने पहुंचे अभिभावक
नगर प्राथमिक शिक्षा समिति की सगरामपुरा में शाला क्रमांक 25 में बुधवार को अभिभावक फिर विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप लेने पहुंच गए। पिछले शनिवार स्कॉलरशिप के लिए अभिभावकों ने शिक्षक अलपेश पटेल को बंधक बना लिया था। अभिभावकों ने कई साल से स्कॉलरशिप नहीं देने का आरोप लगाया था और शिक्षक को कार्यालय में बंद कर कई घंटे विरोध प्रदर्शन किया था। पटेल पर 10 लाख रुपए की स्कॉलरशिप का घोटाला करने का आरोप है।
समिति शिक्षक से रुपए वसूल रही है। शासनाधिकारी और प्रमुख ने सोमवार तक शिक्षक को राशि जमा करने का आदेश दिया था और अभिभावकों को स्कॉलरशिप देने का आश्वासन देकर मामला शांत किया था। स्कॉलरशिप नहीं मिलने पर बुधवार को अभिभावक पुन: विरोध करने स्कूल पहुंच गए।