इस संबंध में वलसाड पुलिस उपाधीक्षक मनोज चावड़ा ने कहा कि कोरोना महामारी में भी झोलाछाप डॉक्टर लोगों का इलाज कर रहे थे। इनके खिलाफ शिकायत मिलने पर यह अभियान चलाया गया। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ने वलसाड शहर, वलसाड ग्रामीण क्षेत्र, भिलाड, कपराडा, उमरगाम, वापी और नानापोंढा में जांच की और सात फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया। किसी के पास भी डॉक्टर की डिग्री और लोगों का इलाज करने संबंधित प्रमाणपत्र नहीं था।
काफी समय से कर रहे थे प्रैक्टिस पुलिस के अनुसार यह डॉक्टर शहरी और ग्रामीण विस्तार में काफी समय से प्रैक्टिस कर रहे थे। जहां श्रमिक व कामकाजी परिवार रहते हैं ऐसे इलाकों में लोगों की गरीबी व अज्ञानता का लाभ उठाकर झोला छाप डॉक्टर अपनी दुकान चलाकर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहे थे। पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस के अनुसार इस कार्रवाई के दौरान भिलाड से अमरेन्द्र नागेश्वर सिन्हा, हिल्स से दीबाशीष आशुतोष विश्वास, वापी से निरंजन मोतीलाल विश्वास और निहार रंजन विश्वास, गुंदलाव से पप्पू रा प्रजापति, नानापोंढा से रतन कुमार नेपालचंद्र एवं वलसाड से त्रिभुवन दत्त रामबोध तिवारी को गिरफ्तार किया गया है।