ताजा मामला मजूरा गेट क्षेत्र के एक निजी कोविड अस्पताल का है। यहां गत 31 मार्च को भर्ती हुए 70 वर्षीय कोरोना मरीज भरत त्रिवेदी की मौत के बाद सोने की रुद्राक्ष माला गायब होने का मामला सामने आया है। परिजनों का कहना हैं कि भर्ती होते समय उन्होंने सोने की एक अंगुठी व माला पहन रखी थी। बुधवार को उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
मौत होने के बाद अस्पताल प्रशासन ने उन्हें अंगुठी तो लौटाई लेकिन माला नहीं लौटाई। परिजनों ने माला गायब होने के पीछे अस्पताल प्रशासन की लापरवाही होने का आरोप लगाया है। बुधवार को न्यू सिविल अस्पताल में भर्ती कोरोना की एक महिला मरीज की मौत के बाद उसके कानों के झूमके गायब होने का मामला सामने आया था। रात में दो बजे मरीज की मौत के बाद परिजन अस्पताल पर पहुंचे।
सुबह दस बजे बाद उन्हें शव सौंपा गया तब झूमके नहीं थे। उन्होंने शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इससे पहले भी अस्पताल में भर्ती मरीजों का कीमती सामान गायब होने के आरोप समय समय पर लगते रहे है।
हेल्थ सेन्टर से महिला मेडिकल ऑफिसर पर्स चोरी सूरत. लिंबायत के मारुती नगर अर्बन हेल्थ सेंटर एक सप्ताह पूर्व महिला मेडिकल ऑफिसर का पर्स चोरी हो गया। पर्स में नकदी समेत 35 से 40 हजार रुपए का सामान था। उसी दिन महिला ऑफीसर कोविड पॉजिटिव पाई गई। इसलिए सात दिनों तक होम क्वारंटाइन रहने के बाद शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस के मुताबिक पाल स्थित रामेश्वर टैरेस निवासी डॉ. तनुलता चौधरी मनपा के मारुती नगर अर्बन हेल्थ सेंटर में कार्यरत है।
गत 1 अप्रेल को वह ड्यूटी गई। उस दौरान पर्स अपने कार्यालय के टेबल पर रख दिया था। वह अपने काम में व्यस्त थी, इस बीच कोई नजर बचा कर पर्स उठा ले गया। उन्होंने अस्पताल में पूछताछ की इस बीच उनका कोविड टेस्ट हुआ तो वह पॉजिटिव पाई गई। इसलिए वह सीधे घर चली गई। कोविड रिर्पोट नेगेटिव आने पर बुधवार शाम लिम्बायत थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई।