दीपावली के बाद से सूरत में संक्रमण की दूसरी लहर दस्तक दे चुकी है। संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए मनपा प्रशासन ने भी एहतियात बरतने शुरू कर दिए हैं। जहां भी संक्रमण के मामले सामने आते हैं रिहायशी इलाके सील किए जा रहे हैं। इसके बावजूद स्थिति पर नियंत्रण मुश्किल हो रहा है। जानकारों के मुताबिक इसकी वजह जोन दफ्तरों से बरती जा रही लापरवाही है।
सुबह और शाम सब्जी मंडियों पर लग रही भीड़ बता रही है कि लोग शाक-भाजी के साथ ही कोरोना का कैरियर घरों में फ्री ले जा रहे हैं। सब्जी मंडियों में जुट रही भीड़ में दो गज की दूरी की कल्पना भी नहीं की जा सकती। जोन अधिकारी भी इस स्थिति को लेकर मूकदर्शक बने हुए हैं। जानकारों की मानें तो एक बार फिर स्थिति के विस्फोटक बनने में यह लापरवाही बड़ी भूमिका निभा सकती है।
पहले भी बने थे सुपर स्प्रेडर कोरोना की पहली लहर में भी सब्जी मंडी और लारियां सुपर स्प्रेडर साबित हुए थे। सब्जी की दुकानों पर जुट रही भीड़ पर काबू पाने के लिए मनपा प्रशासन ने रोज नई गाइडलाइन जारी की थी। उस वक्त मनपा को सब्जी मंडी बंद करानी पड़ी थीं। सब्जी की दुकानों और लॉरियों पर जिस तरह लोग उमड़ रहे हैं, सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही हैं। आने वाले दिनों में सब्जी विक्रेता भी एक बार फिर सुपर स्प्रेडर बनकर संक्रमण की समुदाय में घुसपैठ को आसान कर देंगे। लोगों का आरोप है कि सबकुछ जानते-बूझते भी मनपा प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। अधिकारियों की यह लापरवाही आम आदमी पर भारी पडऩे वाली है।