इस बीच पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर उसे हीरा बाग इलाके से गिरफ्तार किया है। उसके कब्जे से चोरी की एक मोटरसाइकिल बरामद हुई। जो उसने वराछा से ही चुराई थी। थाने लाकर विस्तृत पूछताछ में उसने ऐसी ही 29 और मोटरसाइकिलें भी वराछा, कापोद्रा, कतारगाम क्षेत्रों से चुराना कबूल किया।
ये चुराई गई मोटरसाइकिलें कापोद्रा व उत्राण के बीच तापी नदी पर बने पुल के नीचे, मनीषा ओवरब्रिज के नीचे खुली जगहों की पार्किंग में छिपा कर रखता था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने पुलों के निकट छिपा कर रखी गई शेष 29 मोटरसाइकिलें भी बरामद कर ली।
पॉकेट कोप के जरिए उनके इंजन व चैसिस नम्बर की जांच की तो पता चला कि अधिकतर वाहन कापोद्रा, वराछा और कतारगाम से चुराए गए हैं। सिर्फ दो अमरोली व एक- एक बाइक सचिन व महिधरपुरा क्षेत्रों से चुराई गई थी।
पत्नी के तानो से त्रस्त होकर शुरू की चोरी :
आरोपी बलवंत ने पुलिस को बताया कि वह पूर्व में हीरा कारखाने में काम करता था। उसका साढ़ू उससे अधिक कमाता था। जबकि उसकी कमाई कम थी। इस वजह से उसकी पत्नी उसे ताने मारती और घर में क्लेश करती थी।
पत्नी के तानों व गृह क्लेश से तंग आकर उसने वाहन चोरी करना शुरू किया। बाजार में रिसेल वेल्यू अधिक होने के कारण वह एक कंपनी विशेष के मॉडल की ही मोटरसाइकिलें चुराता था।