वीडियो में मंच पर भाजपा के शहर प्रमुख निरंजन झांझमेरा समेत अन्य नेता भी नजर आ रहे है। बताया जाता हैं कि यह वीडियो गोडादरा क्षेत्र में हुए पार्टी के कार्यक्रम का है।
विरोधी सवाल उठा रहे हैं कि क्या रात्रि कफ्र्यू भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए क्या नहीं है? क्या देश का कानून भाजपा पर लागू नहीं होता? इन सवालों के साथ वह बातें भी याद की जा रही है जब सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन करते हुए नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की रैली में भारी भीड़ रही इसके अलावा समय-समय पर कई भाजपा नेताओं के कार्यक्रमों में भी भारी भीड़ उमड़ती रही है। जबकि एक सामान्य आदमी को सामाजिक कार्यक्रम करवाने के लिए पुलिस से इजाजत लेने के लिए पसीने छूट जाते हैं।
कानून तोड़ने नहीं, बल्कि परेशानी न हो इसलिए कहा:
उधर, विधायक संगीता पाटिल ने बताया कि उनके बयान का मतलब गलत लगाया जा रहा है। कानून तोड़ना तो उनका कभी मकसद नहीं रहा। दरअसल, दूरदराज से आए कार्यकर्ताओं के रजिस्ट्रेशन वगैरह अन्य प्रक्रिया में यदि घर लौटने में देरी हो जाए तो रास्ते में परेशानी ना हो, इसलिए उन्हें यह बात कही गई थी। इसका मतलब यह नहीं है कि रात्रि कर्फ्यू का उल्लंघन करें।
पाटिल समेत बड़े नेता मौन !
भाजपा के प्रदेश के प्रमुख सीआर पाटिल से भी फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे भी व्यस्त ही रहे।
फिर कन्नी काटना पुलिस की मजबूरी : गौरतलब है कि पिछले दिनों रुस्तमपुरा के कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन के फोटोग्राफ वायरल हुए थे। जिनको लेकर विवाद हुआ था। कांग्रेस द्वारा ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग भी की गई थी। लेकिन पुलिस द्वारा कोई जांच कार्रवाई नहीं की गई। इस बार भी पुलिस अधिकारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। डीसीपी जोन-1 सज्जनसिंह परमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने यह कहते हुए फोन काट दिया कि यह मुझे क्यों बता रहे हो।
मैने वीडियो नहीं देखा :
– निरंजन झांझमेरा, शहर प्रमुख, भारतीय जनता पार्टी