scriptVIRAL : ‘पुलिस पकड़े तो कह देना भाजपा का पेज प्रमुख हूं, फिर भी न माने तो मुझे फोन करना’ | Video of Limbayat MLA's statement for curfew viral on social media .. | Patrika News

VIRAL : ‘पुलिस पकड़े तो कह देना भाजपा का पेज प्रमुख हूं, फिर भी न माने तो मुझे फोन करना’

locationसूरतPublished: Jan 16, 2021 09:12:13 am

Submitted by:

Dinesh M Trivedi

– लिम्बायत विधायक के बयान का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल…
– कर्फ्यू के उल्लंघन के लिए नहीं कहीं यह बात : संगीता
‘If you caught by police, then say I am BJP’s page pramukh, yet if not believed then call me’
– This is not there for violation of curfew: Sangeeta

VIRAL : ‘पुलिस पकड़े तो कह देना भाजपा का पेज प्रमुख हूं, फिर भी न माने तो मुझे फोन करना’

VIRAL : ‘पुलिस पकड़े तो कह देना भाजपा का पेज प्रमुख हूं, फिर भी न माने तो मुझे फोन करना’

सूरत. लिम्बायत विधानसभा क्षेत्र की विधायक व भाजपा नेत्री संगीता पाटिल के एक बयान का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। वीडियो में वह मंच से कार्यकर्ताओं से मुखातिब नजर आ रही है।

33 सैंकड की वायरल क्लिप में वे कार्यकर्ताओं से कह रही हैं कि आपको जो कार्ड दिए गए हैं, वह मतदाता की पहचान पत्र है। आप कह सकते हैं कि मैं भारतीय जनता पार्टी का सदस्य हूं।
भारतीय जनता पार्टी के पेज का प्रमुख हूं। अगर पुलिस पकड़े तो कह देना कि मैं भारतीय जनता पार्टी के पेज का प्रमुख हूं। फिर भी कोई ना सुने तो मुझे फोन करना। वैसे भी आप लोग मुझे फोन करते रहते हैं…।
वीडियो में मंच पर भाजपा के शहर प्रमुख निरंजन झांझमेरा समेत अन्य नेता भी नजर आ रहे है। बताया जाता हैं कि यह वीडियो गोडादरा क्षेत्र में हुए पार्टी के कार्यक्रम का है।
बताया जा रहा है कि कार्यकर्ता सम्मेलन रात्रि में हुआ था और कार्यकर्ताओं के लौटने पर रात को कर्फ्यू के दौरान पुलिस द्वारा पूछे जाने पर विधायक यह बात कही थी।


विरोधी सवाल उठा रहे हैं कि क्या रात्रि कफ्र्यू भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए क्या नहीं है? क्या देश का कानून भाजपा पर लागू नहीं होता? इन सवालों के साथ वह बातें भी याद की जा रही है जब सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन करते हुए नए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की रैली में भारी भीड़ रही इसके अलावा समय-समय पर कई भाजपा नेताओं के कार्यक्रमों में भी भारी भीड़ उमड़ती रही है। जबकि एक सामान्य आदमी को सामाजिक कार्यक्रम करवाने के लिए पुलिस से इजाजत लेने के लिए पसीने छूट जाते हैं।

कानून तोड़ने नहीं, बल्कि परेशानी न हो इसलिए कहा:

उधर, विधायक संगीता पाटिल ने बताया कि उनके बयान का मतलब गलत लगाया जा रहा है। कानून तोड़ना तो उनका कभी मकसद नहीं रहा। दरअसल, दूरदराज से आए कार्यकर्ताओं के रजिस्ट्रेशन वगैरह अन्य प्रक्रिया में यदि घर लौटने में देरी हो जाए तो रास्ते में परेशानी ना हो, इसलिए उन्हें यह बात कही गई थी। इसका मतलब यह नहीं है कि रात्रि कर्फ्यू का उल्लंघन करें।

पाटिल समेत बड़े नेता मौन !

भाजपा के प्रदेश के प्रमुख सीआर पाटिल से भी फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन वे भी व्यस्त ही रहे।

फिर कन्नी काटना पुलिस की मजबूरी :

गौरतलब है कि पिछले दिनों रुस्तमपुरा के कार्यक्रम सोशल डिस्टेंसिंग उल्लंघन के फोटोग्राफ वायरल हुए थे। जिनको लेकर विवाद हुआ था। कांग्रेस द्वारा ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग भी की गई थी। लेकिन पुलिस द्वारा कोई जांच कार्रवाई नहीं की गई। इस बार भी पुलिस अधिकारी कोई जवाब नहीं दे रहे हैं। डीसीपी जोन-1 सज्जनसिंह परमार से संपर्क किया गया तो उन्होंने यह कहते हुए फोन काट दिया कि यह मुझे क्यों बता रहे हो।

मैने वीडियो नहीं देखा :
अभी वीडियो नहीं देखा। हो सकता है उन्होंने कार्यक्रम से लौटते समय एक दो मिनट की देरी हो जाने पर कार्यकर्ताओं की परेशानी देखकर कहा हो।
– निरंजन झांझमेरा, शहर प्रमुख, भारतीय जनता पार्टी
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