सूत्रों के अनुसार सूरत पार्सल ऑफिस से ट्रेनों में माल लदान के लिए रेलवे कर्मचारियों के साथ सांठगांठ होना जरूरी मानी जाती है। ऐसा न होने पर व्यापारी या एजेंट का माल ट्रेन में चढ़ता नहीं है और कई दिनों तक स्टोर में पड़ा रहता है। मुम्बई विजिलंस विभाग के निरीक्षक जुबेर शेख और हिमांशु कापडिय़ा ने सूचना मिलने पर बुधवार को सूरत स्टेशन के पार्सल ऑफिस की जांच की। सतर्कता अधिकारियों की टीम दोपहर दो बजे पार्सल ऑफिस पहुंची। तभी चीफ लगेज क्लर्क मुकेश शॉ कॉन्ट्रेक्ट के एजेंट से 10,000 रुपए लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। पार्सल विभाग में अचानक हुई इस कार्रवाई से हडक़म्प मच गया।
पार्सल ऑफिस के अलावा स्टेशन के दूसरे जगह भी रेलकर्मी सतर्क हो गए। इसके बाद सतर्कता अधिकारी ने एजेंट से भी बयान दर्ज किया है। इसमें एजेंट ने स्वीकार किया कि उसने रेलकर्मी को 10,000 रु दिए हैं। जुबेर ने पार्सल सुपरवाइजर मुकेश के खिलाफ केस दर्ज कर घटना की जानकारी मुम्बई मंडल कार्यालय को भेज दी गई है। इस मामले में रेलवे ने भी तुरंत एक्शन लेते हुए मुम्बई मंडल सीनियर डीसीएम जागृति सिंगला के निर्देश पर मुकेश को निलम्बित कर दिया गया है।