पांडेसरा बमरोली रोड पर सुखीनगर सोसायटी निवासी कमलेश रमेश पाटिल (२८) को दो दिन पहले तबीयत खराब होने पर पांडेसरा के कविता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार को चिकित्सकों ने उसे के.पी. संघवी अस्पताल रैफर कर दिया। इलाज के दौरान उसकी मौत के बाद परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। उन्होंने स्टाफ के साथ मारपीट करने का प्रयास किया। अस्पताल में तोडफ़ोड़ भी की गई। स्टाफ ने अठवा पुलिस को जानकारी दी।
थाना निरीक्षक एस.बी. भरवाड ने अस्पताल पहुंच कर हालात संभाले। परिजनों की मांग पर मृतक का फोरेन्सिक चिकित्सकों से पोस्टमार्टम करवाया गया। पुलिस ने बताया कि कमलेश मूल रूप से महाराष्ट्र के धुलिया जिले का निवासी था। वह कपड़ा कारखाने में नौकरी करता था।
परिजनों ने आरोप लगाया कि 31 दिसम्बर होने के कारण स्टाफ ने मरीज का ध्यान नहीं रखा। स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए परिजनों ने काफी देर हंगामा किया गया। पुलिस ने उन्हें पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई का भरोसा दिया है। दूसरी तरफ चिकित्सकों ने बताया कि कमलेश को वायरल न्यूमोनिया हुआ था। उसके फेफड़े में पानी भर गया था। इससे उसके हृदय की धडक़न कम हो रही थी, वहीं रक्चाप बढ़ गया था। किडनी भी फेल होने से उसकी हालत गंभीर हो गई थी। उसे ऑक्सीजन पर रखा गया था। इसी दौरान उसकी मौत हो गई।
सुनील कुमार बने नए डीआरएम
पश्चिम रेलवे के मुम्बई सेंट्रल मंडल के रेल प्रबंधक के तौर पर सुनील कुमार ने कार्य संभाल लिया है। वह भारतीय रेल यांत्रिक इंजीनियरिंग सेवा के 1987 बैच के वरिष्ठ अधिकारी हैं।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी रविन्द्र भाकर ने बताया कि सुनील कुमार पूर्व रेलवे, चितरंजन रेल इंजन कारखाना, पूर्व तटीय रेलवे तथा परियोजना संगठन के यांत्रिक विभाग के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य चुके हैं। उन्हें योजना तैयार करने का गहन अनुभव है। रोलिंग स्टॉक के रख-रखाव एवं अनुरक्षण के लिए आधारभूत सुविधाओं के निर्माण के परियोजना संगठन में भी उन्होंने मुख्य यांत्रिक इंजीनियर के पद पर कार्य किया।