कोरोना के कारण नवंबर 2020 में होने वाला चुनाव फरवरी 2021 तक के लिए टाल दिया गया था। 21 फरवरी को महानगर पालिका के बाद जिला पंचायत, तहसील पंचायत और नगरपालिका की लोकल सरकार के लिए 28 फरवरी को मतदान हुआ। कोरोना गाइडलाइन के साथ हुए इस चुनाव में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने लोकजागृति के लिए प्रयास तो बहुत किए लेकिन सफल नहीं हुआ।
रविवार को सूरत जिला की चार नगरपालिका बारडोली, कड़ोदरा, मांडवी और तरसाड़ी में गत चुनाव के मुकाबले इस बार तीन से दस फीसदी तक कम मतदान हुआ। पिछले चुनाव में 89 हजार 872 मतदाताओं में से 62 हजार 630 मतदाताओं ने मतदान किया था। 2021 के चुनाव में 13 हजार 542 नए वोटर जुड़े और मतदाताओं की संख्या 1 लाख 3 हजार 414 हो गई। इसके बावजूद 64 हजार 464 मतदाताओं ने ही मतदान किया।
मतदान के प्रतिशत में गिरावट के लिए कोरोना संक्रमण और महंगाई को बड़ी वजह माना जा रहा है। लॉकडाउन के कारण व्यापार धंधे में हुए नुकसान से नाराज मतदाता मतदान केंद्रों तक नहीं पहुंचे। युवा और महिला मतदाताओं में तो मतदान के प्रति उत्साह दिखा लेकिन व्यापारी वर्ग और अन्य कई मतदाताओं ने मतदान केंद्र तक जाने से परहेज किया।