दरअसल जरुरत पडऩे पर नवम्बर २०१८ में सोनल ने तीन माह के लिए उनसे पांच लाख रुपए उधार लिए थे। उन्होंने सिक्युरिटी के लिए उसके मकान के कागजात गिरवी रख कर अपने नाम फाइल बनवा दी थी। सोनल से उन्होंने तीन माह में ब्याज के तौर पर जबरन ९० हजार रुपए ले लिए। उसके बाद सोनल ने उनके पांच लाख रुपए भी लौटा दिए। लेकिन उन्होंने मकान के कागजात सोनल को नहीं दिए।
कागजात मांगने पर उन्होंने सोनल से और २५ लाख रुपए की मांग की। रुपए नहीं देने पर मकान को बेच कर या फिर उस पर कब्जा कर रुपए वसूलने की धमकी दी। इस पर राजस्थान के राजसंमद जिले के मजेरा गांव की मूल निवासी सोनल ने दोनों के खिलाफ शनिवार रात पांडेसरा पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई। पुलिस गौरव को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ शुरू कर दी है।