महापौर ने बताया कि हाइड्रोलिक टीम के साथ चर्चा कर जल संचय की रूपरेखा तय की गई। हाइड्रोलिक विभाग तापी नदी के शुद्धिकरण, जलकुंभी निकालने, हाइड्रोलिक के शहरभर मेंं लगे सिस्टम से वॉल्व लीकेज की समस्या दूर करने समेत ४० नए रिचार्ज बोर तैयार कराएगा। इसके अलावा पुराने ३५० रिचार्ज बोर की सफाई और निजी बोरवेल की सफाई भी कराई जाएगी। हाइड्रोलिक टीम को पानी की बर्बादी रोकने के साथ ही शहरभर में पानी कनेक्शन की जांच कर अवैध कनेक्शन काटने होंगे और जल संचय के प्रति लोगों में जागरुकता लाने के प्रयास करने होंगे। गार्डन विभाग को तालाबों की साफ-सफाई के साथ ही मानसून के दौरान पौधरोपण की तैयारियों को अंजाम देना होगा। ड्रेनेज विभाग खाडिय़ों की सफाई का
काम हाथ में लेगा।
सेक्टर बैठक में भी जल संचय पर चर्चा गुरुवार को हुई सेक्टर बैठक में भी जल संचय का मुद्दा हावी रहा। आयुक्त एम. थेन्नारसन ने अधिकारियों को अभियान को गंभीरता से लेते हुए मई में जल संचय के तहत चिन्हित कामों को पूरा करने की हिदायत दी। एडीशन सिटी इंजीनियर ए.जी. खाटीवाला ने प्रजेंटेशन के माध्यम से शहर को डस्ट फ्री रखने का प्रस्ताव दिया। इसके तहत शहरभर में एसएसआई और एसआई को संबंधित वार्ड में नजर रखने की जिम्मेदारी दी जाए। जहां भी कोई निर्माण कार्य हो रहा हो और निर्माण सामग्री या मलबा सड़क पर पड़ा दिखे, वह संबंधित अभियंता को इसकी जानकारी दे। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए जोन टीम मौके पर जाए और संबंधित पक्ष से जुर्माना वसूल कर सड़क पर पड़ी सामग्री को हटाने का काम करे। आयुक्त ने इसकी सराहना करते हुए इस दिशा में आगे बढऩे की हिदायत दी।