उधर, कोविड महामारी के चलते जिले के कई परिवार क्वारंटाइन हो गए हैं और कई बस्तियों व बड़ी सोसायटियों को भी सील कर दिया गया है। इनमें रहने वाले कई लोगों को भोजन की समस्या देखने को मिल रही है और इसे ध्यान में रखकर संस्थाओं ने नि:शुल्क भोजन की व्यवस्था प्रारम्भ की है। इसमें शामिल भाजपा युवा मोर्चा टीम, श्रीसांई बाबा सेवा समिति, प्रशांत डवलपर्स गु्रप आदि के सदस्य जरुरतमंदों को उनके घर तक भोजन पहुंचा रहे हैं। युवा मोर्चा की टीम ने अब तक 2300 से अधिक लोगों को उनके घर टिफिन भेजा है। टीम के सदस्यों ने महामारी काल में 30 मरीजों के लिए रक्तदान व 8 मरीजों के लिए प्लाज्मा भी उपलब्ध कराया है।
एसएमसी उपाध्यक्ष अजय देसाई की ओर से शहर के गायत्री मंदिर प्रांगण में प्रतिदिन भोजन बनाकर क्वारंटाइन में रह रहे सैकड़ों व्यक्तियों को उनके घर तक खाना पहुंचाया जा रहा है। बसेरा में समाजसेवी दिगेश जोशी ने स्टॉल लगाकर नि:शुल्क भोजन वितरित किया। प्रशांत डवलपर्स की ओर से जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में नरोली, दादरा, मसाट, रखोली आदि क्षेत्रों के क्वारंटाइन सोसायटियों में भोजन वितरण की नियमित व्यवस्था की है। संस्था की ओर से प्रतिदिन लगभग 250 व्यक्तियों को खाना पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा संस्था ने बीमारी व्यक्तियों को अस्पताल तक लाने व ले-जाने के लिए दो वाहन भी उपलब्ध कराए हैं।
कचरा ढोने वाले वाहन गायब
पिछले कुछ दिनों से कचरा ढोने वाले वाहन सोसायटियों में नियमित नहीं आ रहे हैं। इससे बस्तियों में डस्टबीन कचरे से अटे पड़े हैं। लोगों का कहना है एसएमसी द्वारा सील की गई सोसायटियों में कचरा ढोने वाले वाहन यदा-कदा ही आते हैं। इससे वहां के निवासी परेशान हैं।