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Today weather and forecast: हिमालय से आ रही बर्फीली हवाओं का कहर शुरू, 25 जनवरी को फिर वापसी करेगी तेज ठंड ठंडक बढऩे से मंजर से लद गए पेड़
सिलवासा. ठंडक बढऩे से आम के पेड़ों पर मंजर दिखाई देने लगे हैं। गत माह आधे दिसम्बर तक सर्दी की कमी से किसान चिंतित थे। आम के पेड़ 20 डिग्री से नीचे तापमान पर अच्छे पुप्पारण करने लगते हंै। कई पेड़ों पर जमकर फूल दिखाई देने लगते हैं। दिसम्बर के अंतिम सप्ताह से सर्दी ने जबरदस्त दस्तक दी है। ठंडक से फसलों में व्यापक वृद्धि हुई है। रबी की फसलों के साथ आम के पेड़ मंजरों से लद गए हैं। अच्छी ठंडक से किसानों के चेहरों पर रौनक लौटी है। दिसम्बर तक सर्दी के अभाव से किसान परेशान थे। जनवरी में अच्छी ठंडक से रबी की फसलों में काफी फायदा हुआ है। चालू वर्ष में सर्दी की दस्तक देर से हुई है। इससे रबी की फसलों के तैयार होने में अधिक समय लग सकता हैं। मौसम में ठंडक बढऩे से आम के पेड़ों में पुष्पारण होने लगा हैं। माह के अंत तक आम के पेड़ों में पुष्पारण की प्रक्रिया होनी जरूरी है। फरवरी से फूलों में निषेचन होने लगता है। अच्छे मौसम से रूदाना, आंबोली, खेरड़ी, पारजाई, सिंदोनी, मांदोनी, कौंचा में आम के बागान मंजरों से लद गए हैं। आम में निषेचन समय पर पूरा हुआ तो फल मई में आने लगेंगे। कृषि अधिकारी एस भोया ने बताया कि सर्दी के मौसम में अत्यधिक ओस व आंधी-धूल आम के निषेचन को विपरीत असर करती है। आम के पुष्पारण के लिए मौसम में ठंडक लाभदायक रहती है।
सिलवासा. ठंडक बढऩे से आम के पेड़ों पर मंजर दिखाई देने लगे हैं। गत माह आधे दिसम्बर तक सर्दी की कमी से किसान चिंतित थे। आम के पेड़ 20 डिग्री से नीचे तापमान पर अच्छे पुप्पारण करने लगते हंै। कई पेड़ों पर जमकर फूल दिखाई देने लगते हैं। दिसम्बर के अंतिम सप्ताह से सर्दी ने जबरदस्त दस्तक दी है। ठंडक से फसलों में व्यापक वृद्धि हुई है। रबी की फसलों के साथ आम के पेड़ मंजरों से लद गए हैं। अच्छी ठंडक से किसानों के चेहरों पर रौनक लौटी है। दिसम्बर तक सर्दी के अभाव से किसान परेशान थे। जनवरी में अच्छी ठंडक से रबी की फसलों में काफी फायदा हुआ है। चालू वर्ष में सर्दी की दस्तक देर से हुई है। इससे रबी की फसलों के तैयार होने में अधिक समय लग सकता हैं। मौसम में ठंडक बढऩे से आम के पेड़ों में पुष्पारण होने लगा हैं। माह के अंत तक आम के पेड़ों में पुष्पारण की प्रक्रिया होनी जरूरी है। फरवरी से फूलों में निषेचन होने लगता है। अच्छे मौसम से रूदाना, आंबोली, खेरड़ी, पारजाई, सिंदोनी, मांदोनी, कौंचा में आम के बागान मंजरों से लद गए हैं। आम में निषेचन समय पर पूरा हुआ तो फल मई में आने लगेंगे। कृषि अधिकारी एस भोया ने बताया कि सर्दी के मौसम में अत्यधिक ओस व आंधी-धूल आम के निषेचन को विपरीत असर करती है। आम के पुष्पारण के लिए मौसम में ठंडक लाभदायक रहती है।