वेसू फ्लोरेंस के नजदीक नंदनी-1 निवासी सुनीता गोपाल किशन तेजभान सलूजा (50) ने सोमवार सुबह आठ बजे के पहले घर में फांसी ली। पुलिस ने बताया कि सुनीता को तीन दिनों से सर्दी-खांसी और बुखार आ रहा था। उनकी तबीयत खराब थी और वह कोरोना टेस्ट करवाने जाने वाली भी थी कि इसके पहले सुनीता ने खुदकुशी कर ली। कोरोना लक्षणों के चलते पुलिस ने शव का कोरोना टेस्ट करवाने के लिए आवेदन किया। ट्रोमा सेंटर में शव का कोरोना टेस्ट करवाया गया। जिसमें सुनीता पॉजिटिव मिली। पुलिस आत्महत्या के अन्य कारणों की भी जांच कर रही है।
गौरतलब है कि, ट्रोमा सेंटर में पहले संदिग्ध मामलों में मृत्यु वाले शवों का कोरोना टेस्ट नहीं होता था। डॉक्टरों ने मुद्दा उठाया था जिसके बाद राजस्थान पत्रिका ने ‘बिना कोरोना टेस्ट किए शवों का पोस्टमार्टम करने को मजबूर चिकित्सक’ शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद आरएमओ ने ट्रोमा सेंटर में यह व्यवस्था की है। अब ट्रोमा सेंटर में एक टेक्नीशियन नियुक्त किया गया है।