महिला को एहसास होगा कि वह सुरक्षा निगरानी में है पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने बताया कि मेरी सहेली पहल में ट्रेन शुरू होने से लेकर अंतिम स्टेशन तक महिलाओं की सुरक्षा पर रेलवे की नजर रहेगी। इससे परिवार के लोगों तथा अकेली सफर करने वाली महिलाओं के मन में सुरक्षा का एहसास होगा। उन्होंने बताया कि मेरी सहेली टीम मुम्बई स्टेशन पर ट्रेन शुरू होने के पहले पहुंचेगी और महिला के पास जाकर उन्हें हेल्पलाइन की जानकारी देगी। टीम में एक सीनियर और चार से पांच जवानों को नियुक्त किया गया है। ट्रेन के अंदर महिलाओं से बातचीत के दौरान रेलवे सुरक्षा बल हेल्पलाइन नम्बर 182, रेलवे पुलिस हेल्पलाइन नम्बर 1512 तथा सफर में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। अनजान लोगों से कुछ खाने का, खाद्य सामग्री आइआरसीटीसी के अधिकृत स्टॉल या वेंडर से ही खरीदने समेत कुछ टिप्स भी दिए जाएंगे।
महिलाओं से बातचीत करने से उन्हें एहसास होगा कि उनके सफर पर रेलवे की नजर है और कुछ भी तकलीफ होगी तो हेल्पलाइन नम्बरों पर मदद मिल जाएगी। पश्चिम रेलवे ने अलग-अलग रेल मंडलों के रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों को अकेली सफर करने वाली महिलाओं की सूचना पहले से होगी। इसके चलते बड़े स्टेशनों पर स्थानीय रेलवे सुरक्षा बल जवान उस अकेली महिला यात्री से मुलाकात करउन्हें कोई परेशानी तो नहीं है, इसकी भी जानकारी लेती रहेंगी।
सुमित ने बताया कि मेरी सहेली प्रोजेक्ट 12955 मुम्बई सेंट्रल-जयपुर गणगौर एक्सप्रेस, 02925 बान्द्रा टर्मिनस-अमृतसर पश्चिम एक्सप्रेस में शुरू किया गया है। रेलवे को उम्मीद है कि इससे लम्बी दूरी की ट्रेनों में अकेली सफर करने वाली महिलाओं को सुरक्षा को लेकर मानसिक शांति और सुखद यात्रा का अनुभव होगा।
चार्ट से पता करेंगे जानकारी रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारी मुख्य रूप से मेरी सहेली प्रोजेक्ट में महिला यात्रियों के सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाएंगे। चार्ट बनने के बाद अकेली सफर करने वाली महिला यात्रियों की पहचान कर उनके पास सुरक्षा बल का जवान पहुंचेगा। यात्री को रनिंग ट्रेन में सुरक्षा के लिए विविध हेल्पलाइन की जानकारी दी जाएगी। यात्रियों की सूची रेलवे कंट्रोल रूम और ट्रेन के गुजरने वाली रेल मंडलों में सर्कुलेट की जाएगी। इससे किसी भी स्टेशन पर तकलीफ होने पर सुरक्षा जवान तुरंत मौके पर पहुंच जाएंगे।
एस्कॉर्ट पार्टी की होगी जवाबदारी मुम्बई रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों ने बताया कि लम्बी दूरी की ट्रेनों में पहले से रेलवे सुरक्षा बल की एस्कॉर्ट पार्टी चलती है। इसमें पुरुष और महिला जवान होते हैं। मेरी सहेली प्रोजेक्ट में महिला यात्रियों के सुरक्षा की जिम्मेदारी इसी एस्कॉर्ट पार्टी की रहेगी। वहीं कंट्रोल रूम से किसी भी बड़े स्टेशन पर महिला यात्री से औंचक मुलाकात कर उनके हालचाल पूछे जाएंगे।