कपड़ा उद्योग पर जीएसटी लागू होने के बाद से उद्यमी परेशान हैं। व्यापारियों का कहना है कि जीएसटी के कारण दिवाली की बिक्री 70 प्रतिशत रह गई। दिवाली तक मंदी में व्यापार चलाने के बाद कपड़ा उद्यमियों को लग्नसरा से उम्मीद है, लेकिन श्रमिकों की कमीं ने उन्हें निराश कर दिया है। जीएसटी के कारण जुलाई और अगस्त में कई कारखाने बंद होने से पहले ही कई श्रमिक यहां से चले गए थे। जो बचे थे, वह दिवाली वेकेशन में चले गए।
इनमें से ज्यादातर अभी तक नहीं लौटे हैं। वह जनवरी में लौटने की बात कह रहे हैं। कपड़ा उद्यमी उन्हें अधिक वेतन देकर भी बुला रहे हैं, लेकिन वह तैयार नहीं हैं। इससे कपड़ा उद्योग में उत्पादन 25 प्रतिशत घट गया है। दूसरी ओर लग्नसरा के कारण व्यापारियों की ओर से डिमांड होने के कारण वीवर्स ज्यादा उत्पादन करना चाहते हैं। वह ऑर्डर तैयार कर पाने में असमर्थ हैं। उन्हें ऑर्डर रद्द होने की आशंका है। कपड़ा उद्यमी कृष्णकांत पटेल ने बताया कि श्रमिकों की कमी के कारण उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।
सामूहिक दीक्षा महोत्सव आज से
कल 14 मुमुक्षुओं की निकलेगी वर्षीदान शोभायात्रा
आचार्य गुणरत्न सूरीश्वर एवं आचार्य रश्मिरत्न सूरीश्वर आदि गुरु भगवंतों के सानिध्य में मंगलवार से तीन दिवसीय सामूहिक दीक्षा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। पीपलोद क्षेत्र के एक पार्टी प्लॉट में होने वाले दीक्षा महोत्सव की कार्यक्रम शृंखला में मंगलवार सुबह नौ बजे आठ आचार्य भगवंत एवं तीन सौ साधु-साध्वियों का कार्यक्रम स्थल पर मंगल प्रवेश होगा। रात साढ़े आठ बजे से मुमुक्षुओं का सम्मान एवं विदाई समारोह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहेंगे। बुधवार सुबह साढ़े आठ बजे 14 मुमुक्षुओं की वर्षीदान शोभायात्रा निकाली जाएगी।
यात्रा की शुरुआत उमरा में वीरभद्र पेट्रोल पंप से बाजे-गाजे और बग्गियों के साथ होगी। अठवा लाइंस, घोड़दौड़ रोड होते हुए शोभायात्रा पीपलोद में बलर पार्टी प्लॉट महोत्सव स्थल पहुंचेगी। यात्रा के दौरान शहर के अलावा बाहर से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहेंगे। रात को समारोह में सभी मुमुक्षुओं के माता-पिता का सम्मान किया जाएगा और गुरुवार सुबह साढ़े पांच बजे 14 मुमुक्षू मंत्रोच्चार के साथ भागवती दीक्षा ग्रहण करेंगे। महोत्सव में 14 से 56 साल की आयु वाले तीन श्रावक और ग्यारह श्राविकाएं दीक्षा ग्रहण करेंगे।