पुलिस के मुताबिक, उमरवाड़ा निवासी शैलेष काकडिया, दुलाभाई काकडिया, सिटीलाइट निवासी परेश गांगाणी, वराछा निवासी पुरुषोत्तम उकाणी व धर्मेश उकाणी पर अहमदाबाद निकोल निवासी यार्न दलाल प्रफुल्ल नाकराणी के साथ विश्वासघात का आरोप लगा है।
पुलिस में दर्ज मामले के मुताबिक, दस साल पूर्व सरथाणा में रहने वाले व बोम्बे मार्केट में यार्न दलाली का काम करने वाले प्रफुल्ल धर्मेश उकाणी की पलसाणा इको पार्क में स्थित यार्न फैक्ट्री से डीलर परेश के जरिए विवर्स को माल दिलवाते थे।
उन्हें 0.75 प्रतिशत कमिशन मिलता था। बाद में धर्मेश व परेश ने उन्हें कहा कि वे यदि विवर्स से एडवांस पेमेंट करवाए तो उन्हें दो प्रतिशत कमिशन देंगे और यार्न के भाव में भी कुछ कमी कर देंगे। इस ऑफर पर उन्होंने 75 लाख का पैमेंट करवाया और समय पर माल और कमीशन भी मिल गया।
उसके बाद उन्होंने 2.50 करोड़ रुपए का एडवांस पैमेंट करवाया, लेकिन 2015 में फैक्ट्री में आग लग जाने के कारण विवर्स को माल नहीं मिला। इस बारे में बात करने पर धर्मेश ने अपनी निर्माण इंडस्ट्रीज के चैक लिख कर दिए और पैमेंट के रूप में चैक लौटाने की बात तय हुई, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
धर्मेश ने रुपए परेश से लेने की बात की। परेश ने सिक्यूरिटी के लिए सरथाणा की अपनी 3.31 करोड़ की जमीन में उसके ससुर दुलाभाई के साथ हिस्सेदारी के कागजात बनवाए, लेकिन जमीन के टाइटल क्लियर नहीं थे। टाइटल क्लियर करवा कर 4.50 करोड़ उक्त जमीन प्रफुल्ल को बताए बिना किसी को बेच दी।
जब उसका हिस्सा मांगा तो सभी ने मिलकर धमकियां देना शुरू कर दिया। वे प्रफुल्ल की पत्नी से बलात्कार करने और उसे उसके बच्चों को जान से मारने की धमकियां देने लगे। धमकियों से परेशान होकर वह अहमदाबाद भाग गया। फिर विवर्स से भरोसा मिलने पर सूरत आकर वराछा थाने में गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज करवाई।