रेलवे की ओर से यहां बुनियादी सुविधाएं नहीं
विंडों पर रोजाना 5 से 6 लाख के टिकट बिकते हैं, लेकिन रेलवे की ओर से यहां बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। सवेरे की पारी सवेरे 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक तथा दूसरी पारी दो बजे से सायं 8 बजे तक चलती है। पहली पारी में दोनों विंडों नियमित दोपहर 2 बजे तक खुलती हैं, वहीं दूसरी पारी में स्टॉफ की कमी बताकर अक्सर कार्यालय बंद कर दिया जाता है। दोपहर के बाद टिकट के लिए आने वाले यात्रियों को आरक्षण खिडक़ी के द्वार पर ताला लटका हुआ मिलता है। टिकट रेल आरक्षण कार्यालय जर्जर भवन में चल रहा है। मानसून में विंडों की हालत बहुत खराब हो गई है। भवन में बारिश का पानी दीवारों से रिस रहा है। अंदर के केबिन में बारिश की सीलन से बदबू आ रही है।
विंडों पर रोजाना 5 से 6 लाख के टिकट बिकते हैं, लेकिन रेलवे की ओर से यहां बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। सवेरे की पारी सवेरे 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक तथा दूसरी पारी दो बजे से सायं 8 बजे तक चलती है। पहली पारी में दोनों विंडों नियमित दोपहर 2 बजे तक खुलती हैं, वहीं दूसरी पारी में स्टॉफ की कमी बताकर अक्सर कार्यालय बंद कर दिया जाता है। दोपहर के बाद टिकट के लिए आने वाले यात्रियों को आरक्षण खिडक़ी के द्वार पर ताला लटका हुआ मिलता है। टिकट रेल आरक्षण कार्यालय जर्जर भवन में चल रहा है। मानसून में विंडों की हालत बहुत खराब हो गई है। भवन में बारिश का पानी दीवारों से रिस रहा है। अंदर के केबिन में बारिश की सीलन से बदबू आ रही है।
इंटरनेट रामभरोसे मानसून में आरक्षण कार्यालय पर इंटरनेट सेवा रामभरोसे चल रही है। बार-बार इंटरनेट सेवा डिस्टर्ब होने से यात्री परेशान हैं। विंडों कार्यालय पर बीएसएनएल का इंटरनेट कनेक्शन है, जो बिना बताए कभी भी बंद हो जाता है। सवेरे 10 व 11 बजे तत्काल टिकट बुकिंग के समय इंटरनेट बंद होने से यात्रियों को निराशा हाथ लगती है।