उसने अपने घर रखे हीरा कारोबारी पिता के 2.26 लाख रुपए अपने पास रख लिए। फिर गूगल पर भारत का सबसे सस्ता शहर सर्च किया। सस्ते शहर के रूप में उतरप्रदेश के कानपुर का नाम आने पर उसने सूरत से भाग कर कानपुर जाने का प्लान बनाया था। उसे डर था कि यदि वह ट्रेन या बस से जाएंगें तो परिजन उन्हें ढूंढ लेंगे।
क्योंकि बस अड्डों और रेलवे स्टेशन पर सीसी टीवी कैमरें होते हैं इसलिए उनका सुराग लगा लिया जाएगा। इसलिए उसने शहर से भागने के लिए कार लूटने का प्लान बनाया और एक एयर गन ली। उसने अपनी प्रेमिका को बताया था कि वह मित्र की कार लेकर आएगा। लेकिन बुधवार सुबह ग्यारह बजे वह आगम आर्केड पहुंचा।
वहां वेसू जॉली कॉम्प्लेक्स निवासी व्यापारी मनोज जैन की कार को टारगेट किया। मनोज कार पार्क कर दवाई लेने के लिए गए थे। उनके पिता कपूरचंद कार में बैठे थे। कार का दरवाजा खुला था। यह देख वह कार में सवार हो गया। कपूरचंद ने प्रतिरोध किया तो उन्हें नकली बंदूक दिखा कर धमकी दी। उन्हें कार से बाहर धकेला और कार स्टार्ट कर वहां से भाग निकला।
उसने अपना सामान लिया और प्रेमिका को कार में बिठाया और मुंबई की तरफ कार दौड़ा दी। वहीं इस सनसनीखेज लूट की घटना की खबर मिलते ही। क्राइम ब्रांच समेत पुलिस की टीमें सक्रिय हो गई। पुलिस ने टेक्निकल व ह्युमन सर्वेलंस से कुछ ही समय में कार का पता लगा लिया और मुंबई की तरफ जा रही कार को नवसारी पुलिस की मदद से रोका। वहीं सूरत से भी क्राइम ब्रांच की टीम रवाना हो गई। वह कार समेत कश्यप और उसकी प्रेमिका को सूरत ले आई।
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एसीबी ने डॉक्टर को लिया तीन दिन के रिमांड पर
– रिश्वत लेकर फर्जी कोरोना टेस्ट रिर्पोट देने के मामले में पकड़ा था सूरत. रिश्वत लेकर कोरोना की फर्जी रिर्पोट बना कर देने के मामले में रंगे हाथों पकड़े गए स्मीमेर अस्पताल के डॉक्टर दीपक गढिय़ा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने गढिय़ा को पूछताछ के लिए तीन दिन के रिमांड मंजूर किए हैं। गढिय़ा ने इस तरह से और कितने लोगों से रिश्वत लेकर उन्हें फर्जी कोरोना रिर्पोट बना कर दी इस बारे में उससे विस्तृत पूछताछ की जा रही हैं।
– रिश्वत लेकर फर्जी कोरोना टेस्ट रिर्पोट देने के मामले में पकड़ा था सूरत. रिश्वत लेकर कोरोना की फर्जी रिर्पोट बना कर देने के मामले में रंगे हाथों पकड़े गए स्मीमेर अस्पताल के डॉक्टर दीपक गढिय़ा को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गुरुवार को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने गढिय़ा को पूछताछ के लिए तीन दिन के रिमांड मंजूर किए हैं। गढिय़ा ने इस तरह से और कितने लोगों से रिश्वत लेकर उन्हें फर्जी कोरोना रिर्पोट बना कर दी इस बारे में उससे विस्तृत पूछताछ की जा रही हैं।
यहां उल्लेखनीय हैं कि स्मीमेर के पोस्टमार्टम विभाग में कार्यरत स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गढिय़ा ने शिकायत कर्ता को कोरोना पॉजिटिव रिर्पोट बना कर देने के लिए छह हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। बाद में वह पांच हजार रुपए में रिर्पोट देने के लिए तैयार हो गए थे। जिसमें आधार कार्ड के साथ पच्चीस सौ रुपए अग्रिम ले लिए थे और शेष पच्चीस सौ रुपए देकर रिर्पोट ले जाने के लिए कहा था। इस पर ब्यूरो की टीम ने स्मीमेर अस्पताल के गेट पर गढिय़ा को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था।
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दलित परिवार की किशोरी को प्रेम जाल में फंसा कर किया बलात्कार सूरत. दलित परिवार की किशोरी को प्रेम जाल में फंसाने के बाद उसके अश्लील फोटोग्राफ के जरिए ब्लैकमेल कर बलात्कार करने का मामला सामने आया है। इस संबंध में उधना पुलिस ने एक युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उधना गांधी कुटीर निवासी विशाल उर्फ भूषण पाटिल ने दलित किशोरी को शादी का झांसा देकर अपने प्रेम जाल में फंसाया।
फिर अपने मोबाइल से उसके अश्लील फोटोग्राफ्स व वीडियो बना लिए। उसके बाद उसे फोटोग्राफ्स वायरल करने की धमकी देकर बलात्कार किया। उसके बाद कई बार अलग अलग स्थानों पर उसका यौन शोषण किया। पीडि़ता ने इस बारे में परिजनों को बताया तो उसने परिजनों के साथ भी झगड़ा किया और उन्हें डरा धमका कर अपमानित किया।
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महिधरपुरा में लूट समेत कई मामलों में लिप्त हिस्ट्रीशीटर गिरफ्तार सूरत. महिधरपुरा स्थित हीरा फर्म के कार्यालय में बंदूक का इस्तेमाल कर हुई लूट समेत कई मामलों में लिप्त एक हिस्ट्रीशीटर को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी जसवंतसिंह दहिया उर्फ जसु बन्ना राजस्थान के जालोर जिले के राजोणियों का वास का मूल निवासी हैं।
पिछले दो तीन वर्षो में जसवंत सिंह और उसके गिरोह के साथियों के खिलाफ बैंग्लुरू, मुंबई के अलावा सूरत समेत गुजरात के अलग अलग शहरों में चोरी, लूट, अवैध रूप से हथियार रखने के 11 मामले दर्ज हो चुकी हैं। जिनमें से चार मामलों में उसकी गिरफ्तारी भी हो चुकी हैं। रिहा होने के बाद अपने गिरोह के साथ मिल कर बैंग्लूरू, राजकोट, अहमदाबाद, वडोदरा, मेहसाणा, अरवल्ली जिलों व सूरत शहर में अंजाम दिए गए सात मामलों में वह फरार था। क्राइम ब्रांच ने उसे अदालत में पेश कर चार दिन के रिमांड पर लिया हैं।
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दाहोद से नाबालिक को भगा कर लाया, सूरत में पकड़ा गया सूरत. दाहोद में एक किशोरी को भगा कर लाने वाले युवक को एसओजी पुलिस ने गिरफ्तार किया हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी विजय कालारा दाहोद जिले के कंरबा गांव का निवासी हैं। कुछ समय पूर्व उसने पडोस में रहने वाली किशोरी को अपने प्रेम जाल में फंसाया और फिर मार्च में उसे शादी का झांसा देकर सूरत ले आया था।
किशोरी के पिता ने दाहोद के संजेली थाने में उसके खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। विजय ने किशोरी को वराछा स्थित ईश्वरकृपा सोसायटी में अपने साथ रखा था। नाबालिग होने के कारण उससे शादी नहीं कर पाया था। इस बीच उसके बारे में मुखबिर से सूचना मिलने पर एसओजी पुलिस ने किशोरी को मुक्त करवा कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
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पीएसआई का सम्मान सूरत. शहर पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने अठवा पुलिस थाने के उप निरीक्षक एम.आई. वसावा को सम्मानित किया। वसावा ने पिछले दिनों ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एण्ड डवलपमेंट के सैन्ट्रल डिटेक्टिव ट्रैनिंग इंस्टट्युट द्वारा आयोजित ऑनलाइन प्रशिक्षण शिविर में हिस्सा लेकर सफलता पूर्वक उसे पूर्ण किया था। शिविर में सोशल मीडिया इन्वेस्टिगेशन विषय पर केन्द्रित था। गुरुवार को तोमर ने उन्हें प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
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