पुलिस के मुताबिक, गोडादरा लक्ष्मीपार्क सोसायटी निवासी मुकेश कैलाश प्रजापत (27) का शुक्रवार रात लक्ष्मी पार्क सोसायटी में ही रहने वाले परेश आहिर, उसके मित्र देवांग व अन्य पन्द्रह जनों ने मिल कर अपहरण किया। दरअसल, कपड़ा बाजार में नौकरी करने वाले मुकेश के छोटेभाई सीताराम प्रजापत के पुणागाम क्षेत्र में रहने वाली युवती के साथ पिछले सात वर्षो से प्रेम संबंध थे।
गत 25 जुलाई को वह उसे भगा कर राजस्थान ले गया। इस पर युवती के परिजनों ने कापोद्रा थाने में उसकी गुमशुद्गी दर्ज करवाई। सीताराम के बारे में पूछताछ के लिए कापोद्रा पुलिस ने 29 जुलाई को मुकेश को थाने बुलाया। थाने में मुकेश ने पुलिस की सीताराम और युवती से बात करवाई। सीताराम ने अजमेर के आर्य समाज मंदिर में युवती के साथ प्रेम विवाह कर लिया था। उसने इसका प्रमाण पत्र भी व्हॉट्सएप पर भेज दिया।
पुलिस ने मुकेश का बयान लेकर उसे छोड़ दिया। उसके बाद गत 30 जुलाई को सात नौ बजे मुकेश जश मार्केट स्थित अपनी दुकान से घर लौट रहा था। उस समय महाराणा प्रताप चौक पर परेश और देवांग ने उसे रोका। देवांग ने उसका कॉलर पकड़ कर सीताराम का पता पूछा और धक्का-मुक्की करने लगे। उनके हिंसक इरादे देख मुकेश अपनी सोसायटी की ओर भागा तो वे उसके पीछे आए और उन्होंने जबरन उसे अपनी मोटरसाइकिल पर बिठा लिया। वे उसे जबरन लक्ष्मी पार्क सोसायटी के गॉर्डन में ले गए।
हाथ पैर बांध कर घंटों प्लास्टिक पाइप और डंडे से पीटा
गार्डन में उसके हाथ पैर बांध कर कैद कर लिया। इस बीच अन्य पन्द्रह लोग भी वहां पर जमा हो गए। सीताराम और युवती का पता लगाने के लिए उन्होंने बेरहमी से रात तीन बजे तक पीटा और तरह-तरह से यातनाएं देकर इतना प्रताडि़त किया कि वह बेहोश हो गया। सुबह करीब आठ बजे मुकेश की आंख खुली तो उसे जबरन कार में बिठा दिया। फिर लक्ष्मीपार्क सोसायटी के एक्सीस बैंक एटीेएम की पहली मंजिल पर स्थित एक कमरे में डाल दिया। दिनभर वह वहां कराहता रहा। इस बीच कई लोग उसे आकर देखते और चले जाते।
परिचितों ने ढूंढा और फिर थाने ले आए :
शाम साढ़े सात बजे एक व्यक्ति से मदद मांगी और उसने फोन किया। इस पर मुकेश ने अपने भाई को पूरी घटना के बारे में बताया। सीताराम ने अपने परिचितों को फोन कर मुकेश की मदद के लिए भेजा। वे मुकेश को ढूंढते उस तक पहुंचे। फिर उसे थाने ले गए। थाने में मुकेश ने परेश और देवांग व उनके पन्द्रह साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई। उसके बाद उन्होने मुकेश को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। पुलिस ने मुकेश की प्राथमिकी के आधार पर परेश व देवांग को हिरासत में ले लिया है।
———————- चर्चित बूटलेगर कालू हत्याकांड का वांछित गिरफ्तार सूरत. डिंडोली पुलिस ने बहुचर्चित बूटलेगर शंकर उर्फ कालू की हत्या के मामले में डेढ़ साल से फरार चल रहे एक आरोपी को विजय गंवाणे उर्फ गांवठी को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, उधना भीमनगर निवासी विजय गांवठी महाराष्ट्र के जलगांव जिले के वाछुर का मूल निवासी है और हिस्ट्रीशीटर है। वह डेढ़ साल पूर्व हुई कालू हत्याकांड की साजिश में लिप्त था।
कालू देर रात उधना की ओर से कार में डिंडोली स्थित अपने घर लौट रहा था। उस दौरान हमलावरों ने घात लगा कर उसका पीछा किया और उसके घर के बाहर ही धारदार हथियारों से हत्या कर दी थी।भीमनगर में अवैध रूप से शराब का कारोबार करने वाले कालू की शराब के अवैध कारोबार में लिप्त अन्य बूटलेगरों समेत कई लोगों के साथ रंजिश चल रही थी।
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