राजीव गांधी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष के नेतृत्व में
विद्यार्थियों ने काश्मीर के उरी स्थित सेना कैंप पर हमले को बताया
कायरतापूर्ण, वीर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
students burnt Pakistani flag
अंबिकापुर. काश्मीर के उरी स्थित सेना कैंप में आतंकी हमले के विरोध में राजीव गांधी पीजी कॉलेज छात्रसंघ अध्यक्ष के नेतृत्व में छात्रों ने पाकिस्तान का झंडा जलाया। उन्होंने पाकिस्तान व आतंकवादियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान हमले में मारे गए वीर शहीदों को 2 मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई।
पीजी कॉलेज मुख्य गेट के सामने छात्रसंघ अध्यक्ष उपेंद्र पांडेय के नेतृत्व में दर्जनों छात्रों ने काश्मीर में आतंकी हमले को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने इसे पड़ोसी देश पाकिस्तान की करतूत बताया तथा पाकिस्तानी झंडा जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस अवसर पर छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि उरी स्थित सेना के कैंप में हुआ कायरतापूर्ण हमला भारत ही नहीं बल्कि हमारे धैर्य पर भी हमला है।
अब बारी केवल बात करने की नहीं बल्कि आतंकवाद के गढ़ पर चढ़ाई करने की भी है। उन्होंने कहा कि हमें अब राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य तीनों तरीकों से आतंकवाद से लडऩा है। अब प्रधानमंत्री को पाकिस्तान से भारतीय राजदूतों को तत्काल वापस बुला लेना चाहिए, वहीं आज से शुरू संयुक्त राष्ट की बैठक में पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने का प्रस्ताव लाना चाहिए।
छात्रसंघ अध्यक्ष ने कहा कि अब मित्र राष्ट्रों व अंतरराष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से पाकिस्तान की आर्थिक नाकेबंदी करने की आवश्यकता है। वहीं भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सबूतों को सभी देशों के सामने सार्वजनिक करना चाहिए। उन्होंने कहा कि काश्मीर में आतंकवाद पाकिस्तान की स्पष्ट व सीधी राजनीति है, जो आतंकवादी संगठनों से प्रभावित है।
वहीं पाकिस्तान प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से भारत को खुली चुनौती दे रहा है जिसे सैन कार्यवाही व आर्थिक नाकेबंदी से खत्म किया जा सकता है।
विरोध प्रदर्शन में सरताज, शिवराज सिंह, मो. हेसामुद्दीन, संदीप मिश्रा, अंकित कश्यप, आयूष सोनी, बाबा खत्री, कमलेश यादव, प्रकाश मिस्त्री, लतीफ खान, उमेश, अभिषेक, विवेक, राकेश यादव, मिथलेश, कामेश्वर, शमसेर, किशन, रितेश, दीपक, विनोद, सुफल, पुनीत, राहुल पांडेय, सुभाष, भानूप्रताप, आसिफ, जुगनू, राहुल, विक्की, श्याम, हमेंद्र, सिद्धार्थ, सोनू, धनंजय, मनीष, चंदन, गुलशन, प्रिंस, कोमल माझी व योगेंद्र सहित काफी संख्या में छात्र शामिल थे।