नवरात्र के दौरान इस बार अष्टमी और नवमी 25 मार्च को एक साथ मनाई जाएगी। इस बार अष्टमी तिथि का क्षय (कमी) होने से यह स्थिति बनी है। ज्योतिषि पं. कल्याण नारायण ने बताया कि 25 मार्च को अष्टमी तिथि सूर्योदय से सुबह 8 बजकर 2 मिनट तक रहेगी और इसके बाद नवमी तिथि शुरू हो जाएगी। दोनों तिथि सूर्योदय के समय होने से अष्टमी और नवमी एक ही दिन मनाई जाएगी। इस दिन घरों में कुलदेवी की ज्योत देखकर घर-परिवार में खुशहाली की कामना की जाएगी।
रविवार को ही मनेगी रामनवमी :
अष्टमी और नवमी एक ही दिन आने से रामनवमी भी रविवार को ही मनाई जाएगी। इस दिन भगवान राम की पूजा की जाएगी। नवरात्र कर रहे लोग रविवार को ही अष्टमी तथा नवमी के लिए बालकों को भोजन खिलाएंगे।